मुजफ्फरपुर: बगहा पुलिस का अजीबो-गरीब कारनामा सामने आया है. उसने एसकेएमसीएच में आदमी की जगह जांच के लिए जानवर की हड्डी भेज दी. मेडिकल कॉलेज के एमएमटी विभाग के डॉक्टरों ने जब हड्डी की जांच की तो वह सन्न रह गये.
शक नहीं रह जाये, इसको लेकर कई बार हड्डी की जांच की गयी, लेकिन हर बार ये नतीजा सामने आया वह किसी बड़े जानवर की हड्डी है. डॉक्टरों का कहना है, ये पहला मामला है, जब जांच के लिए आयी मानव की हड्डी जानवर की निकली है. डॉक्टरों ने जांच रिपोर्ट पुलिस को सौप दी है, जिसमें हड्डी की जांच जानवरों के डॉक्टर से कराने की सलाह दी गयी है.
हड्डी जांच के लिए जो रिपोर्ट आयी है, उसके मुताबिक 20 सितंबर 2013 को एनएच 28 बी में रत्नमाला गांव के पास महिला का अज्ञात शव मिला था. शव गौतम यादव के गन्ने के खेत से मिला था. पुलिस ने इसको लेकर कांड संख्या 442/13 दर्ज किया था, जिसमें 302 की धारा लगायी गयी थी. पुलिस का ये मानना था, महिला की किसी धारदार हथियार से हत्या करके शव को फेंक दिया गया है, क्योंकि शव के पास से एक झींटदार साड़ी, हरा पेटीकोट, नीले रंग का ब्लाउज मिला था.
शव को बगहा अनुमंडल अस्पताल लाया गया था, लेकिन शव सड़ जाने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका था. इसकी वजह से मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस ने शव की कंकाल की जांच का फैसला लिया था. इसे जांच के लिए एसकेएमसीएच के एफएमटी विभाग को भेज दिया गया. जांच के दौरान डॉक्टरों ने पाया, हड्डियां मानव की हैं ही नहीं. वह किसी बड़े जानवर की हैं.