कुढ़नी:मंत्री-अफसर के आश्वासनों से तंग आकर चंद्रहट्टी के लोगों ने खुद नून नदी पर 150 फीट लंबा आरसीसी पुल बना दिया. इसके निर्माण पर दस लाख रुपये की लागत आयी है. चंद्रहट्टी व चंद्रहट्टी पूर्वी गुजरा टोला के बीच इस पुल का निर्माण कर लोगों ने एक नजीर पेश की है. पुल चार महीने में बनकर तैयार हुआ है. मिट्टी भराई के बाद इसे आवागमन के लिए इसे खोल दिया जायेगा.
हुआ यूं कि चंद्रहट्टी के सैकड़ों किसानों की खेत नून नदी के उस पार गुजरा टोला चौर में है. नहर पर पुल नहीं होने से उस पार जाकर खेती करना बहुत मुश्किल था. पूर्व में लोगों ने आपसी सहयोग से चचरी पुल बनाया. करीब दस वर्षों तक इसी चचरी पुल से काम चलता रहा.
1960 में बनी थी नहर : जलनिकासी योजना के तहत 1960 में नहर का निर्माण हुआ. नाव के सहारे लोग खेती करते रहे. लेकिन समय के साथ मुश्किलें बढ़ती गयीं. खेती की सामग्री, उपकरण आदि नदी के उस पार ले जाना कठिन हो गया. जब चचरी पुल अनुपयोगी होने लगा, तब ग्रामीणों ने पुल बनाने का निर्णय लिया. पुल निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले मुकेश कुमार सिंह कहते हैं कि पुल के लिए जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाकर थक गये, लेकिन केवल आश्वासन मिला. पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा के माध्यम से सीएम तक बात पहुंचायी गयी जो बेनतीजा रहा.
ग्रामीण मुकेश बताते हैं कि पुल निर्माण के लिए चंद्रहट्टी व गुजरा टोला के किसानों की बैठक उनकी अध्यक्षता में 10 जनवरी 2016 को हुई. ब्रह्मस्थान परिसर में हुई बैठक में आपसी सहयोग से पुल निर्माण का संकल्प लिया गया.
दो फरवरी को बैठक हुई. पुल निर्माण की लागत का इस्टीमेट तैयार किया गया. इंजीनियर ने करीब दस लाख रुपये की लागत बतायी. इसके बाद सामर्थ्य अनुसार किसानों ने सहयोग शुरू किया.