मुजफ्फरपुर: सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने 50वीं वर्षगांठ को शुक्रवार को धूमधाम से मनाया. झपहां स्थति एसएसबी के हेड क्वार्टर में जवानों के बीच खेलकूद प्रतियोगिता के अलावा रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. शाम में एसएसबी के अधिकारियों व जवानों के परिवारों के बीच भी वाद-विवाद समेत कई तरह की प्रतियोगिता आयोजित की गयी. इसमें अव्वल आये प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार का वितरण कर उन्हें सम्मानित किया गया.
इधर, अपने स्थापना के पचास साल पूरा होने पर स्टाफ ऑफिसर शेखर चंद्र शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन कर एसएसबी के अब तक की उपलब्धियों को बताया. उन्होंने कहा कि एसएसबी की बटालियन जब से मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार में स्थापित हुई है, तब से अपराध में काफी कमी आयी है. तस्करी की घटनाएं पर भी कं ट्रोल हुआ है.
बड़े-बड़े हार्डकोर नक्सलियों को पुलिस के साथ कॉबिंग ऑपरेशन चला एसएसबी के जवानों ने दबोचा है. श्री शर्मा ने बताया कि एसएसबी के 13वीं बटालियन पिपराकोठी और 44वीं बटालियन पूरे देश में बेहतर काम करने के लिए अव्वल आया है. इन दोनों बटालियन ने मिल कर मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार में काफी अच्छा काम किया है.
इसी के कारण शुक्रवार को नई दिल्ली में एसएसबी के एक मात्र डीआइजी पीके गुप्ता को गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे द्वारा राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा गया है. उन्होंने एसएसबी के गोपनीय सेल नरकटियागंज एरिया ऑफिस में तैनात गुपचर अधिकारी अशोक कुमार श्रीवास्तव के कार्यो की भी सराहना की. इस दौरान एसएसबी के सीनियर पीआरओ अमिताभ भट्टाचार्य मुख्य रूप से मौजूद थे.