मुजफ्फरपुर : दरियापुर कफेन के मिट्टी ठेकेदार लालू राय पर जानलेवा हमले के मामले में शामिल अपराधियों को पुलिस ने चिन्हित कर लिया है. मिट्टी ठेकेदारी पर वर्चस्व स्थापित करने के लिए ठेकेदार लालू राय पर हमले करने की बात पुलिस जांच में सामने आयी है. पुलिस निरीक्षक ने इस मामले में उसके ही गांव के चुलबुल कुमार चौधरी के साथ उसके सहयोगी किशन व अजय राय को दोषी पाया है. पुलिस निरीक्षक ने इन तीनों की गिरफ्तारी के आदेश अनुसंधानक शैलेन्द्र कुमार सिंह को दिया है.
क्या है मामला
तुर्की ओपी स्थित दरियापुर कफेन के लालू राय मिट्टी का ठेकेदारी करते हैं. गत 29 अगस्त को वे मुर्गी फार्म में बैठे थे. शाम में मोबाइल पर गांव के ही चुलबुल कुमार चौधरी ने उन्हें मधौल लाइन होटल पर बुलाया. वहां
पहुंचने पर शहर में मिट्टी का ठेकेदारी दिलाने के नाम पर अपने बाइक पर बैठा लिया. वहां से मिठनपुरा के मोहन सहनी टोला स्थित गंडक नदी रिंग बांध के नीचे ले गया.
वहां पहले से सहयोगी अजय व किशन राय मौजूद थे. लालू को देखते ही किशन चौधरी ने चुलबुल से कहा, क्या देखते हो लालू को गोली मारो. किशन के इतना कहते ही चुलबुल ने अपने कमर से पिस्तौल निकाल कर लालू पर गोली चला दी.
लालू ने चुलबुल को बनाया था आरोपित
होश में आने के बाद लालू ने पुलिस को चुलबुल द्वारा अपने सहयोगियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रचने की बात कही थी. लालू के बयान पर 30 अगस्त को मिठनपुरा पुलिस ने फर्दबयान दर्ज करअनुसंधानक शैलेन्द्र कुमार सिंह को बनाया था. पुलिस निरीक्षक किरण कुमार ने सात नवंबर को इस मामले की जांच शुरू की. जांच के बाद किरण कुमार ने इस मामले में चुलबुल चौधरी, अजय राय व किशन राय के साथ ही एक अन्य अज्ञात को दोषी पाते हुए अनुसंधानक शैलेन्द्र कुमार सिंह को इनके गिरफ्तारी का आदेश दिया है. ठेकेदार लालू के मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल निकालने व इस घटना में शामिल एक अज्ञात अभियुक्त के सत्यापन का भी निर्देश दिया है.