इंदिरा आवास निर्माण के नाम पर बहे सात करोड़- कांटी में इंदिरा आवास निर्माण में भारी गड़बडी का हुआ खुलासा- महालेखाकार ने जतायी गंभीर आपत्ति , 1190 आवास अपूर्णउपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर : इंदिरा आवास के नाम पर राशि की िकस तरह बंदर बांट किया जाता है. मकान का पता नहीं राशि का भुगतान हो जाता है. इसका खुलासा महालेखाकार के रिपोर्ट से हुआ है. कांटी में 2009 से 2014 के बीच स्वीकृत हुए इंदिरा आवास को महालेखाकार ने बेकार का िकया गया व्यय बताया है. स्थिति का अंदजा इसी से लगाया जा सकता है कि सात करोड़ राशि व्यय कीने के बाद भी एक मकान पूरा नहीं हो पाया. चार बित्तिय साल में 10887 इंदिरा आवास बनााने का लक्ष्य रख गया था. इसके लिए सात करोड़ तिहतर लाख राशि भी व्यय हुआ. लेकिन आवास के भौतिक सत्यापन करने पर एक आवास भी पूरी तरह तैयार नहीं पाया गया.ऑडिट रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि इंदिरा आवास का आधा – अधूरा होने संदेहास्पद है.भविष्य में योजना के पूरा होने की संभावना नहीं है. इस स्थिति में योजना पर हुआ व्यय अलाभकारी है. योजना असफल रही.ऑडिट टीम की आपत्ति – मकान के भौतिक सत्यापन के बाद दूसरे किस्त की राशि का भुगतान हुआ की नहीं . मकान के सत्यापन का साक्ष्य नहीं दिया गया.- जिन लाभुकों को सिर्फ प्रथम किस्त दिये गये थे, उनको दूसरा किस्त नहीं देने के बारे में प्रधान सहायक ने बताया गया कि लिंटल लेबल तक काम नहीं होने के कारण पैसा नहीं दिया गया.यह जवाब मान्य नहीं है. योजना का काम किस स्तर तक किया जाये, इसकी रिपोर्ट नहीं है.- अपूण आवास को पूरा करने के लिए उठाये गये कदम के बारे में दिया गया जवाब संतोषप्रद नहीं है.कार्यालय प्रधान ने लाल व सफेद नोटिस देने की बात कही, लेकिन सफेद व लाल नोटिस के बारे में साक्ष्य नहीं दिया गया.- इतनी लंबी अवधि तक नहीं बने आवास को पूरा कर पाना संभव नहीं है.\\\\B
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इंदिरा आवास नर्मिाण के नाम पर बहे सात करोड़
इंदिरा आवास निर्माण के नाम पर बहे सात करोड़- कांटी में इंदिरा आवास निर्माण में भारी गड़बडी का हुआ खुलासा- महालेखाकार ने जतायी गंभीर आपत्ति , 1190 आवास अपूर्णउपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर : इंदिरा आवास के नाम पर राशि की िकस तरह बंदर बांट किया जाता है. मकान का पता नहीं राशि का भुगतान हो जाता […]
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