17 महीने में नोटा के बढ़े 17 हजार वोटखतरे की घंटी: -लोकतंत्र में जताई आस्था लेकिन नेताओं काे झटका -2014 के लोकसभा चुनाव में मिले थे 14954 वोट -विस चुनाव में सभी 11 सीटों पर 32920 ने डाला मत धनंजय पांडेय, मुजफ्फरपुर बिहार विधान सभा चुनाव 2015 के नतीजे कई मायने में चौंकाने वाले हैं, तो राजनीतिक दलों के लिए खतरे की घंटी भी बजने लगी है. मतदान में नोटा का विकल्प चुनने, यानि चुनाव मैदान में खड़े सभी उम्मीदवारों को रिजेक्ट करने वाले लोगों की संख्या पिछले 17 महीने में 17 हजार से अधिक बढ़ी है. मई 2014 में हुए लोक सभा चुनाव और अबकी विधान सभा चुनाव के परिणाम के बीच नोटा का जो ग्राफ बढ़ा है, वह निश्चित तौर पर राजनीतिक दलों के लिए आत्ममंथन का मौका दे रहा है. मुजफ्फरपुर के मतदाताओं ने लोकतंत्र के प्रति अपनी आस्था जताने में कोई हिचक नहीं दिखाई. नतीजा, जिले के सभी 11 सीटों पर रिकॉर्ड 61.02 फीसदी मतदान हुआ. रविवार को जब वोटों की गिनती हुई तो यह बात भी साफ हो गई कि कर्तव्य निर्वहन के साथ अब लोग अपनी पसंद-नापसंद को लेकर भी जागरूक हो रहे हैं. वर्ष 2014 के मई में हुए लोकसभा चुनाव में नोटा का बटन दबाने वाले 11 विधान सभा सीटों प 14,254 मतदाता थे, लेकिन 17 महीने बाद हुए बिहार विधान सभा चुनाव में यह आंकड़ा बढ़कर 32,920 तक पहुंच गया. पारू व बरूराज में सेकेंड रनर बन गया नोटा राजनीतिक दलों के प्रत्याशी चयन पर असंतोष का नतीजा रहा कि कई सीटों पर नोटा मतदाताओं के लिए तीसरा विकल्प बन गया. नोटा के पक्ष में कई प्रत्याशियों से भी अधिक वोट पड़े हैं. पारू व बरुराज में तो नोटा सेकेंड रनर बना. पारू में चुनाव मैदान में उतरे 13 तथा बरूराज में 12 उम्मीदवारों में विजेता व उप विजेता को छोड़कर बाकी के प्रत्याशी नोटा से भी कम वोट पा सके. वहीं सकरा में 14 उम्मीदवारों में 11 को नोटा से कम वोट मिला है, तो बोचहां में 15 में नौ उम्मीदवार नोटा को मिले वोट से आगे नहीं बढ़ सके. इसी तरह गायघाट में 21 में 8, कांटी में 21 में 10, आैराई 15 में 10, कुढ़नी में 29 में 22, साहेबगंज में 15 में 7, मीनापुर में 16 में 11, मुजफ्फरपुर में 20 में 12 उम्मीदवारों को नोटा से कम वाेट मिले हैं. विधान सभा 2014 लोस चुनाव 2015 विस चुनाव गायघाट 1887 1067आैराई 1785 2246बोचहां 1668 4255 सकरा 1649 4802कुढ़नी 1814 1702मुजफ्फरपुर 887 792मीनापुर 997 2728कांटी 1017 1452बरुराज 1172 6205पारू 1053 5824साहेबगंज 1025 1847 कुल- 14954 32920\\\\B
BREAKING NEWS
Advertisement
17 महीने में नोटा के बढ़े 17 हजार वोट
17 महीने में नोटा के बढ़े 17 हजार वोटखतरे की घंटी: -लोकतंत्र में जताई आस्था लेकिन नेताओं काे झटका -2014 के लोकसभा चुनाव में मिले थे 14954 वोट -विस चुनाव में सभी 11 सीटों पर 32920 ने डाला मत धनंजय पांडेय, मुजफ्फरपुर बिहार विधान सभा चुनाव 2015 के नतीजे कई मायने में चौंकाने वाले हैं, […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement