पटना/मुजफ्फरपुर: दहेज को लेकर पिछले डेढ़ साल से चल रही टसल के बाद आखिरकार नम्रता (30) को जला कर मार दिया गया. वह चौबीस घंटे पहले अपने मायके से आयी थी. कंकड़बाग के बीकाजी स्वीट्स के पास स्थित शिवम अपार्टमेंट में हुई घटना के बाद उसके सुसरालवाले न तो उसे अस्पताल लेकर गये और न ही उसके मायकेवालों को बताया. अपार्टमेंट के मालिक ने उसे अस्पताल तक पहुंचाया था. मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
मुजफ्फरपुर के हरेश कुमार श्रीवास्तव ने अपनी बेटी नम्रता की शादी मोतिहारी के समीर कुमार सिन्हा से की थी. समीर और उसका परिवार कंकड़बाग इलाके में शिवम अपार्टमेंट में रहता है. नम्रता फ्रेजर रोड स्थित सिडिंकेट बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर थी, जबकि समीर सोनपुर रेलवे की फैक्टरी में नौकरी करता है.
नम्रता की मौसी के लड़के जीवेश के मुताबिक शादी के छह माह बाद से ही अनबन शुरू हो गयी थी. आरोप है कि ससुराल के लोग दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे. अक्सर उसके साथ मारपीट की जाती थी. पिछले रविवार को समीर नम्रता के साथ मुजफ्फरपुर अपने ससुराल आया था. यहां उसकी ससुर से बहस हुई थी. ससुराल वालों का कहना है कि उसने बुरा हश्र करने की धमकी दी थी और नम्रता को छोड़कर वापस पटना चला गया था. बाद में नम्रता भी पटना लौट गयी थी. इसको लेकर यहां पर भी लड़ाई हुई थी.
काम करनेवाली लड़की के बयान पर प्राथमिकी : सोमवार की शाम 7.30 बजे नम्रता बैंक से ड्यूटी करके लौटी थी. इसके बाद लड़ाई हुई और नम्रता को केरोसिन डाल कर जला दिया गया. घटना के बाद अपार्टमेंट के मालिक ने उसे अपोलो बर्न हॉस्पिटल में भरती कराया और उसके पिता को सूचना दी. इसके बाद उसके पिता अस्पताल पहुंचे. मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गयी. पुलिस ने समीर के घर में काम करनेवाली 12 वर्षीया लड़की का बयान लिया है. पिता
हरेश के आवेदन पर समीर समेत चार लोगों के खिलाफ दहेजहत्या का मामला दर्ज किया है. यहां बता दें कि समीर भी जल गया है. उसके हाथ में जख्म हैं. वह अपोलो में ही भरती है.