मुजफ्फरपुर : लटीसी (लीव ट्रेवल कंसेशन) क्लेम में फर्जीवाड़ा के आरोपित जदयू सांसद अनिल कुमार सहनी के खिलाफ शुक्रवार को सीबीआइ की दिल्ली शाखा ने चार्जशीट दाखिल कर दिया. इसके साथ ही दो साल पुराना मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है.
इस मामले में सीबीआइ ने नवंबर, 2013 में अनिल कुमार सहनी के साथ ही एयर इंडिया इंप्लाइ रुबैना अख्तर व दिल्ली के लाजपत नगर स्थित ट्रेवल ऑपरेटर एयर क्रुज ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. सीबाआइ ने आइपीसी की संबंधित धाराओं के साथ ही भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत भी मुकदमा दर्ज किया था. यात्रा के नाम पर माननीयों द्वारा सरकारी धन के दुरुपयोग का बहुचर्चित मामला वर्ष 2013 में सामने आया था. हवाई यात्रा का फर्जी बिल लगा कर सरकार से लाखों रुपये की धोखाधड़ी के मामले की जांच करते हुए सीबीआइ ने राज्यसभा सचिवालय से पहले ही सारे रेकॉर्ड ले लिये थे. इसके बाद जांच-पड़ताल शुरू हुई.
जदयू सांसद अनिल कुमार सहनी सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने दिल्ली के साथ ही मुजफ्फरपुर में उनसे जुड़े आवास, कार्यालय व अन्य संबंधित जगहों पर छानबीन की. एयर इंडिया के कार्यालय के साथ ही टूर ऑपरेटरों के यहां भी छापेमारी की गयी. आरोप था कि अनिल कुमार ने वर्ष 2012 में सात लोगों का टिकट पोर्ट ब्लेयर के लिए कराया था. रिटर्न टिकट दिसंबर का था. इसमें नौ लाख रुपये की गड़बड़ी हुई थी. हालांकि, इसके बाद लंबे समय तक चली सीबीआइ की जांच में माना जा रहा है कि और भी प्रगति हुई.
इस संबंध में पूछे जाने पर अनिल कुमार सहनी ने कहा कि चार्जशीट दाखिल किये जाने की बात मैंने भी सुनी है. मैंने ही इस मामले को संसद में उठाया था. राज्यसभा में लिखित शिकायत भी की थी कि एयर टिकट मामले में बड़ा घोटाला हो रहा है. लेकिन, एक साजिश के तहत मेरे ही ऊपर एफआइआर दर्ज की गयी. मेरे खाते में 23 लाख 71 हजार 407 रुपये जमा करने की बात कही गयी थी, लेकिन एक पैसा भी मेरे खाते में नहीं आया. भाजपावालों ने साजिश के तहत ऐसा किया है, लेकिन मैं निर्दोष हूं. न्यायालय पर भरोसा है कि न्याय मिलेगा और निर्दोष साबित होऊंगा.