समस्तीपुर/पटना: बीएसएनएल में डिवीजनल इंजीनियर (टेलीकॉम) राकेश कुमार के विभिन्न ठिकानों पर सीबीआइ की टीम ने बुधवार को छापेमारी की. समस्तीपुर स्थित बीएसएनएल के कार्यालय और उनके मोहनपुर गांव में एक साथ छापेमारी गयी, जिसके दौरान एक करोड़ 25 लाख रुपये की संपत्ति मिली. उनके खिलाफ सीबीआइ के पटना स्थित मुख्यालय में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया.
सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के दौरान समस्तीपुर में इंजीनियर राकेश कुमार के आठ फ्लैट और पटना में दो फ्लैट सील किये गये हैं. पटना में आशियाना नगर स्थित फ्रेंड्स कॉलोनी के नारायण इनक्लेव में फ्लैट नं 105 और शास्त्रीनगर की प्रोफेसर कॉलोनी स्थित सांईं इनक्लेव में फ्लैट नं 104 को सील किया गया है. इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर खरीद की गयी 25 प्लॉट के दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं. सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि राकेश कुमार ने 12 बैंकों में खाते खोल रखे हैं, जिनमें भारी रकम जमा है. सभी बैंक खातों को भी सील कर दिया गया है. उनके परिजनों के नाम से एक लॉकर होने की भी जानकारी मिली है.
सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि देर शाम तक छापेमारी जारी थी. सभी जब्त दस्तावेजों का मूल्यांकन कराया जायेगा. इसके साथ ही उनके बारे में अन्य साक्ष्यों को भी एकत्र किया जायेगा. बैंक प्रबंधन से तत्काल जब्त खातों के ट्रांजेक्शन पर रोक लगाने को कहा गया है. इस संबंध में राकेश कुमार के खिलाफ कांड संख्या- आरसी-20/2013, धारा 13(1)(इ) एवं 13(2) प्रिवेशन ऑफ करप्सन एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.
समस्तीपुर शहर के मोहनपुर स्थित पैतृक आवास को सुबह ही सीबीआइ टीम ने अपने कब्जे में ले लिया. दूसरी टीम ने धुरलख स्थित एक मकान में भी घंटों जांच-पड़ताल की. इस दौरान मोहनपुर में मुख्य सड़क किनारे निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत का भी फोटो व वीडियोग्राफी करायी गयी. धुरलख में कई घंटे तक जांच के बाद दूसरी टीम भी मोहनपुर पहुंची.
सुबह पौने सात बजे सीबीआइ के इंस्पेक्टर आशीष कुमार के नेतृत्व में पहुंची टीम ने राकेश कुमार के अलावा, उनकी पत्नी व बच्चों से भी पूछताछ की और सामान व दस्तावेज की जांच की. इसके बाद टीम ने मोहनपुर स्थित एक निजी कॉलेज जाकर जांच-पड़ताल की. इतना ही नहीं, किरायेदारों से भी पूछताछ की गयी व उनके कमरों की भी तलाशी ली गयी. स्थानीय लोगों ने बताया कि पारिवारिक विवाद के कारण डीइटी के रिश्तेदार ने ही सीबीआइ से आय से अधिक संपत्ति अजिर्त करने शिकायत की थी.