मुजफ्फरपुर: ब्रह्नापुरा थाना क्षेत्र के रीना देवी (काल्पनिक नाम) से यौन शोषण मामला तुल पकड़ता जा रहा है. वह सोमवार शाम दर्जनों महिलाएं के साथ इंसाफ व अपने नवजात की बरामदगी के लिए थाना पहुंची थी. लेकिन, थानाध्यक्ष के नहीं होने की वजह से वापस लौट गयी. इधर, पुलिस ने दोनों पक्षों का आवेदन ले लिया है व एक पुलिस पदाधिकारी को मामले की जांच करने का जिम्मा सौंपा है. बताया जाता है कि जांच के बाद ही दोषियों पर कार्रवाई संभव है.
वहीं, रीना अपने दूध मुंहे बच्चे के लिए दर-दर भटक रही है व दूसरा पक्ष वर्तमान में सदर अस्पताल में इलाजरत है.जानकारी हो कि, पांच धुर जमीन का लालच देकर एक साल से भी अधिक तक जूरन छपरा डेरा गांव निवासी रीना देवी का मोहल्ला के हीरा लाल महतो ने यौन शोषण किया. जब उसे गर्भ ठहर गया तो उसका इलाज कराया. जब उसके प्रसव का समय आया तो उसे 11 जून को सदर में भरती भी कराया. उस रात रीना 12:50 में एक बच्चे को जन्म दिया. लेकिन, बच्च रीना देवी को नहीं मिला.
हालत में सुधार आने के बाद जब वह अपने परिजन से नवजात को खोजी तो उसके बताया गया कि उसने मरे हुए बच्चे को जन्म दिया है. लेकिन, यह बात रीना देवी को हजम नहीं हो रहा है. इसे लेकर रीना ने रविवार रात्रि ब्रrापुरा थाना में शिकायत भी किया है. इसमें वार्ड चार के निकटतम प्रतिद्वंद्वी आशा देवी के पति हीरा लाल महतो व अन्य को आरोपित बनाया है. इधर, अस्पताल कर्मियों का कहना है कि रीना ने एक पुत्र को रात में जन्म दिया था. उसके पास उसका फोटोग्राफ खिंच कर उसे अस्पताल से छोड़ दिया गया. यहां एक अहम सवाल उठता है कि आखिर में रीना का बच्चा किस महिला ने उसकी मां बन कर उसे अस्पताल से लिया.
अस्पताल में दर्ज है गलत पता
रीना ने बताया कि 11 जून को उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद उसे हीरा लाल महतो व उसके साथियों ने देर रात सदर अस्पताल में भरती कराया. जहां रीना के पति का नाम सही बताया. उसके बाद उसे वैशाली जिला के लालगंज थाना क्षेत्र के लालगंज गांव का रहने वाला बताया.
इसी पते से वह अस्पताल में भरती करायी गयी. लेकिन, रीना का मायके नगर थाना क्षेत्र के अखाड़ा घाट मोहल्ला में है. वहीं, उसका ससुराल जूरन छपरा स्थित डेरा गांव मोहल्ला में है. वह शादी के बाद से अपने पति के साथ डेरा गांव ही रहती है.
11 जून को हुआ था 13 बच्चों का जन्म
अस्पताल सूत्रों के अनुसार 11 जून की रात 13 बच्चों ने सदर अस्पताल में जन्म लिया था. इसमें आठ लड़का व पांच लड़की ने जन्म लिया था. इन्हीं 13 बच्चों में से एक बच्च रीना का भी था. सभी बच्चे स्वस्थ्य थे. नवजातों का जांच कर उसके माता या उसके परिजन को सौंप दिया गया है.