मुजफ्फरपुर: जिले के सभी बैंक अधिकारी अपनी शाखाओं का नियमित औचक निरीक्षण करें और बिचौलियों से मुक्त बनायें. इसमें कोई बाधा आती है तो पूरा सहयोग मिलेगा. साथ ही केसीसी, शिक्षा, डीआरआइ आदि योजनाओं के ऋण शिविर का आयोजन नियमित करें. उक्त बातें डीएम अनुपम कुमार ने शनिवार को समाहरणालय में परामर्शदात्री समिति (डीएलसीसी) की बैठक में बैंक अधिकारियों से कही.
बैठक में 21 सितंबर व 21 अक्तूबर को जिले की सभी बैंक शाखाओं में केसीसी ऋण शिविर लगाने का निर्णय हुआ. किसानों को लाभ पहुंचाने के लिये डीएओ को भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र के नये प्रारूप के तहत केसीसी के अधिक से अधिक आवेदन भेजने को कहा गया. बताया गया कि सेंट आरसेट्टी को राज्य सरकार की ओर से एक एकड़ जमीन सिकंदरपुर स्टेडियम के पास स्वीकृत की गई है. सप्ताह के अंत तक आवेदन पत्र सेंट आरसेट्टी को मिलने की उम्मीद है. बैठक में सभी बैंकों के प्रतिनिधि मौजूद थे.
योजनाओं में बैंकों की स्थिति
बैठक में एलडीएम एचके झा ने बताया कि सीडी रेसियो में सेंट्रल बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, ग्रामीण बैंक व ओबीसी ने बेहतर प्रदर्शन किया है. जबकि इंडियन बैंक, पीएनबी यूको बैंक काफी पीछे रहे हैं. पीछे रहने वाले बैंक प्रतिनिधियों ने अपना सीडी रेसियो 50 प्रतिशत तक ले जाने का आश्वासन दिया. केसीसी में अब तक 16 प्रतिशत ही लक्ष्य हासिल हो सका है. इसमें सेंट्रल बैंक व पीएनबी ने बेहतर किया है. बीओआइ, सिंडिकेट, फेडरल, इंडियन, एसबीबीजे, आइओबी लक्ष्य का एक प्रतिशत भी हासिल नहीं कर सके हैं.
शिक्षा ऋण मामले में कई बैंक फिसड्डी
शिक्षा ऋण में जिले का लक्ष्य 3148 है. जुलाई तक 386 छात्रों को ही ऋण मिल सका है. वहीं एचडीएफसी, आइसीआइसीआइ, कॉरपोरेशन बैंक, इंडियन, सिंडिकेट बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, आइओबी, बीओएम, बीओआइ ने अब तक खाता ही नहीं खोला है. बैठक में इंडियन बैंक, आइओबी, एचडीएफसी, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, बीओएम, आइसीआइसीआइ, केनरा, सिंडिकेट बैंक, देना बैंक के प्रतिनिधि मौजूद नहीं थे. खराब प्रदर्शन करने वाले सभी बैंकों को नोटिस कर जवाब मांगा गया है.