मुजफ्फरपुर / सीतामढ़ी: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रून्नीसैदपुर व मध्य विद्यालय, ठाहर में चापाकल के पानी पीने से बच्चियों के पीड़ित होने की खबर मिलते ही जिला स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह सक्रिय हो गया. विभाग द्वारा सभी पीएचसी से एंबुलेंस मंगा कर कुल 10 एंबुलेंस रून्नीसैदपुर भेजा गया. शिवहर जिले से 3 व मुजफ्फरपुर से 2 एंबुलेंस रून्नीसैदपुर भेजा गया. इसी एंबुलेंस से पीड़ित छात्रओं को एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर भेजा गया.
इधर, जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारी व कर्मी उक्त घटना पर पूरी नजर रखे हुए थे. बताया गया हैं कि समिति कार्यालय से जीपीएस सिस्टम के माध्यम से एंबुलेंस की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी.
सिस्टम से यहां बैठे अधिकारियों को यह पता चलता था कि कौन सा एंबुलेंस कितनी बच्चियों को लेकर कहां तक पहुंचा है. एंबुलेंस रूका हुआ है अथवा आगे की ओर बढ़ रहा है, कंप्यूटर पर यह सब देखा जा रहा था. इधर, सीएस डॉ ओम प्रकाश पंजियार ने सदर अस्पताल के सभी चिकित्सकों को आपात स्थिति के लिए अस्पताल मे तैनात रखा था. वहीं सदर अस्पताल से दो चिकित्सक क्रमश: डॉ सीबी प्रसाद व डॉ यूएस प्रियदर्शी को पीड़ित बच्चियों की समुचित इलाज के लिए रून्नीसैदपुर पीएचसी भेजा गया.
मुख्यमंत्री से मिलीं विधायक
स्थानीय विधायक गुड्डी देवी ने घटना की तीव्र भर्त्सना की है. वह पटना में हैं. दूरभाष पर विधायक ने बताया कि वे मुख्यमंत्री से मिल कर मामले की जानकारी दी है. साथ हीं दोषियों की शीघ्र पहचान कर गिरफ्तारी करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश देने का अनुरोध किया. विधायक ने कहा कि सरकार को बदनाम करने की यह एक घिनौनी साजिश है. इसकी जितनी भी निंदा की जाये, कम है.