मुजफ्फरपुर: कांटी के कोल्हुआ पैगंबरपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय में चावल की बोरी से कपड़े में बंद गोलियां मिलने से सनसनी फैल गयी. आनन-फानन में मिड डे मील को रोक दिया गया. गोली को जांच के लिए मुख्यालय भेजा गया, लेकिन सिविल सजर्न ने गोली की जांच से इनकार कर दिया, अब बुधवार को गोली की जांच होगी. वहीं, गोली मिलने की सूचना के बाद स्कूल में अभिभावकों का जमावड़ा लग गया. सभी अपने बच्चों को स्कूल से लेकर घर चले गये. इसके चलते मंगलवार को स्कूल में मध्याह्न भोजन नहीं बना. स्कूल में सात सौ छात्र-छात्रएं पढ़ते हैं.
रसोइये की तत्परता : मंगलवार को दिन में मध्य विद्यालय में मिड डे मील बनाने की तैयारी चल रही थी. इसी क्रम में रसोइये ने बोरे से चावल धोने के लिए निकाला. इस दौरान उसे चावल के बीच से कपड़े में लिपटा हुआ टेबलेट मिला. रसोइये ने इसकी जानकारी तुरंत स्कूल की प्राधानाचार्य किरण कुमारी को दी.
जुट गये गांववाले
प्रधानाचार्य टेबलेट को कपड़े से निकाल कर देख ही रही थी. यह बात आसपास के इलाके में फैल गयी. आनन-फानन में गांव से अभिभावक स्कूल पहुंच गये. स्कूल परिसर में ग्रामीण जुट गये. मिड डे मील को रोक दिया गया. प्रधानाचार्य ने टेबलेट मिलने की सूचना प्रखंड साधन सेवक अर्चना कुमारी को दी, जब तक अर्चना कुमारी स्कूल पहुंचती. ग्रामीणों के बीच टेबलेट को लेकर तरह-तरह की चर्चा होने लगी. ग्रामीणों का कहना था, टेबलेट सल्फास की हो सकती है. वहीं, अर्चना कुमारी बोरे से निकला टेबलेट लेकर जिला मिड डे मील प्रभारी संदीप कुमार के पास रवाना हो गयी.
हम नहीं कर सकते जांच
संदीप ने टेबलेट की जांच की गुजारिश सिविल सजर्न डॉ ज्ञान भूषण से की, लेकिन सिविल सजर्न ने कहा, उनके पास टेबलेट की जांच की व्यवस्था नहीं है. वह केवल दवाइ की जांच कर सकते हैं. उन्होंने मिड डे मील प्रभारी को टेबलेट की जांच के लिए फूड इंस्पेक्टर के पास जाने को कहा. इसके बाद मामला फूड इंस्पेक्टर के पास पहुंचा. फूड इंस्पेक्टर बुधवार को टेबलेट की जांच करेंगे, तब जाकर पता चलेगा. आखिर बोरे से निकला टेबलेट है क्या?
राज्य खाद्य निगम की सप्लाई
मध्य विद्यालय में जो चावल आया है. उसकी सप्लाई बिहार राज्य खाद्य निगम की ओर से की गयी है. निगम से जिला प्रभारी मनोज कुमार ने बताया, उनके यहां से जो चावल सप्लाइ किया गया, वह एफसीआइ के गोदाम से आया था. इसकी सप्लाइ मार्च में ही की गयी थी. ऐसे में बोरे के अंदर क्या है. इसकी जानकारी उन लोगों को नहीं रहती है.
बच्चों को लेकर गये घर
मध्य विद्यालय में सात सौ छात्र-छात्रएं पढ़ाई करते हैं. मंगलवार को जब चावल से टेबलेट मिलने की बात सामने आयी तो अभिभावक अपने बच्चों को लेकर घर जाने लगे. इस पर प्रधानाचार्य किरण कुमारी ने कहा, दूसरे बोरे के चावल से वह मिड डे मील बनवा देंगी, लेकिन अभिभावक तैयार नहीं हुये. यह लोग डरे हुये थे. अभिभावकों ने कहा, उनके बच्चे भोजन नहीं करेंगे. यह कहने के बाद अभिभावक एक-एक कर अपने बच्चों को लेकर घर के लिए रवाना हो गये.
औराई के बच्चों ने नहीं बनाने दिया एमडीएम प्राथमिक विद्यालय रतवारा पूर्वी के छात्र- छात्रा शनिवार से ही मध्याह्न् भोजन नहीं कर रहे हैं. मंगलवार को बच्चों ने मिड डे मील भी नहीं बनाने दिया. प्रभारी प्रधानाध्यापक विभा कुमारी ने कहा कि बच्चे शनिवार से खाना नहीं खा रहे हैं. इस कारण खाना फेंकना पड़ रहा था.
मंगलवार को रसोईया पिंकी देवी से बच्चों ने बरतन छिन लिया. छात्र कविता कुमारी, दीपू कुमार, मुकेश कुमार समेत सभी बच्चों का कहना था कि मुङो खाना नहीं सिर्फ पढ़ाई चाहिए. हम अपना खाना घर से ले आयेंगे. वैसे भी खाने में सोयाबीन व भात मिलता है. अभिभावक राम विनोद राय, रामचंद पंडित, सुनैना देवी समेत कई लोगों ने कहा कि छपरा की घटना से सब लोग आहत हैं. इसलिए विद्यालय में मध्याह्न् भोजन बंद रहेगा.