मुजफ्फरपुर: एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम अब बच्चों पर कहर बन कर टूटने लगा है. पिछले पांच दिनों में दो बच्चों की मौत हो गयी तो करीब आधे दर्जन से अधिक बच्चे जिंदगी से जूझ रहे हैं.
एसकेएमएसीएच में पिछले दो दिनों में पांच बच्चे भरती किये गये, जिसमें चकनगरी मेहसी का चार वर्षीय अमित केजरीवाल से रेफर किया गया था. एसकेएमसीएच में 30 अप्रैल की रात सैदपुर अथरी के चार वर्षीय मिथिलेश कुमार, कफेन हथौड़ी के तीन वर्षीय विवेक कुमार, चैनपुर पारू की आठ वर्षीया मधु कुमारी व गुरुवार को तुर्की मीनापुर के चार वर्षीय गोलू कुमार को भरती कराया गया. यहां पहले से लौटन मीनापुर के दो वर्षीय प्रवीण कुमार, मेहसी के दो वर्षीय अकील राजा, वाजिद बुजुर्ग सकरा के तीन वर्षीय नीरज कुमार, वासदेव छपरा मीनापुर के दो वर्षीय आयुष कुमार का इलाज चल रहा है.
यहां अस्पताल में भरती कल्याणपुर मातिहारी की एक वर्षीय सपना खातून व अलीपुर मीनापुर के तीन वर्षीय सराज की मौत हो गयी थी. शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ ब्रजमोहन ने कहा कि एसकेएमसीएच के सभी शिशु रोग विशेषज्ञों को इलाज के लिए तैनात कर दिया गया है. बीमारी के बाद जिन बच्चों को पहले अस्पताल लाया जा रहा है. उनकी हालत बेहतर हो रही है.
केजरीवाल के एइएस वार्ड में लगा ताला
केजरीवाल के एईएस वार्ड में गुरुवार को ताला लग गया. अस्पताल के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार ने कहा कि यहां एक बच्च भरती था, जिसे बुधवार को एसकेएमसीएच रेफर किया गया था. उसके बाद से कोई पीड़ित बच्च नहीं आया. इसलिए वार्ड बंद है. पीड़ित बच्चे के आने के बाद वार्ड खोला जायेगा.