मुजफ्फरपुर: सेल्स टैक्स विभाग तिरहुत व सारण प्रमंडल के 11 जिले के ईंट भट्ठा व कोयला व्यवसायियों से सात करोड़ 67 लाख 34 हजार 165 रुपये की वसूली पेनाल्टी सहित करेगा. इन व्यवसायियों ने वर्ष 2012 से 2014 तक कोयले की आपूर्ति की थी. लेकिन उसका प्रवेश कर विभाग को नहीं दिया था. व्यवसायियों ने बिना सुविधा परमिट लिये विभाग को करोड़ों की चपत लगा दी थी. जिलों
में हो रही कोयले की कालाबाजारी
का खुलासा विभाग की जांच में हुआ. इसके बाद दोनों प्रमंडल का प्रभार संभाल रहे विभाग के संयुक्त आयुक्त संजीव रंजन ने सभी अंचल प्रभारियों को पत्र भेज कर चिह्न्ति कारोबारियों से टैक्स की राशि वसूली का निर्देश दिया है. पत्र में में कहा गया है कि अपेक्षित भाड़ा व अन्य खर्च जोड़ कर टैक्स वसूला जाये.
डेढ़ अरब से अधिक का मंगाया था कोयला
2012 से 2014 तक मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मोतिहारी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, बेतिया, रक्सौल, बगहा, हाजीपुर, सारण, सीवान व गोपालगंज के व्यवसायियों ने 15 हजार 748 बार कोयले का आयात किया था. इस दौरान एक अरब 53 करोड़ 46 लाख 83 हजार 337 रुपये का कोयला मंगाया था. लेकिन उसके एवज में विभाग को पांच फीसदी भी कर नहीं दिया था. वर्ष 2012-13 में 94 करोड़ 81 लाख 48 हजार 386 रुपये व 2013-14 में 58 करोड़ 65 लाख 34 हजार 951 रुपये का कोयला मंगाया गया था. अब विभाग व्यवसायियों से वसूली में लगा है. सभी जिलों के प्रभारियों को जल्दी वसूली कर मुख्यालय को प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
विभाग की जांच में बिना सुविधा लिये कोयला मंगाने की पुष्टि हुई है. हजारों बार व्यवसायियों ने कोयला मंगाया है, लेकिन इसके लिए विभाग से सुविधा परमिट नहीं लिया. ऐसे व्यवसायियों की पहचान की गयी है. सभी अंचल के प्रभारियों को टैक्स वसूली का निर्देश दिया गया है. कुछ वसूली भी हुई है. आगे की कार्रवाई चल रही है.
संजीव रंजन, संयुक्त आयुक्त, सेल टैक्स विभाग, तिरहुत व सारण प्रमंडल