मुजफ्फरपुर: कांटी विधायक के ही क्षेत्र में करजा थाना क्षेत्र के बहोड़ा गांव में डकैती के दौरान मोहन ओझा की हत्या कर दी गयी थी. रूपवारा राम गांव में शराब व्यवसायी रवींद्र राय की हत्या कर दी गयी. सदर थाना क्षेत्र के लहलादपुर में डकैती के दौरान ऑटो रिक्शा व्यवसायी सौरभ कुमार की हत्या कर दी गयी. मीनापुर में विगत छह माह में सात हत्याएं हुई. इसमें राजद नेता के भाई ब्रजकिशोर महतो की हत्या भी शामिल है. सकरा में मंडई खुर्द गांव में महिला अकली देवी के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गयी.
मोतीपुर के पाना छपरा व पनसलवा में दो युवतियों व एक छात्र के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी. कथैया थाना क्षेत्र में 16 वर्षीय छात्र के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गयी. हाल ही में कुढ़नी में पैक्स अध्यक्ष प्रदीप राय के भाई लक्ष्मी राय व उनके पुत्र प्रभाष कुमार की हत्या कर दी गयी. ब्रह्नापुरा थाना क्षेत्र में दो रोज पूर्व कबाड़ व्यवसायी के मुंशी की दिन-दहाड़े हत्या कर दी गयी. यदि विगत छह से आठ माह की घटनाओं पर नजर डाले, तो पचास से अधिक हत्याएं अपराधियों ने की, लेकिन पुलिस एक-दो मामले को छोड़ कर किसी भी मामले में किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है. दुष्कर्म के भी आधा दर्जन से अधिक घटनाएं हुई.
डकैती के मामले में भी जिला पीछे नहीं है
लगातार डकैतों ने घटनाओं को अंजाम दिया है, लेकिन पुलिस खानापूर्ति के सिवाय कुछ नहीं कर पा रही है. जनप्रतिनिधि भी सुस्त पड़े हैं. लेकिन गुरुवार को सत्ताधारी दल के विधायक द्वारा ही पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठायी गयी.