मुजफ्फरपुर: आउटर स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेन के 45 मिनट से अधिक रोके जाने से सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर आ रहे यात्रियों का गुस्सा भड़क गया. उन्होंने जुब्बा सहनी स्टेशन पर जम कर तोड़फोड़ कर दी.
इस दौरान मौके से स्टेशन मास्टर को भागना पड़ा. वहीं, स्टेशन मास्टर को भागता देख आसपास के गांव के लोग भी स्टेशन पर आ गये. उन्होंने यात्रियों पर हमला बोल दिया. दोनों ओर से पथराव हुआ. इससे पूरे स्टेशन परिसर में पत्थर ही दिख रहे थे. आनन-फानन में ट्रेन को मुजफ्फरपुर के लिए खोला गया, तब जाकर मामला शांत हुआ. घटना में आधा दर्जन यात्रियों के चोटिल होने की सूचना है.
जानकारी के मुताबिक सुबह के समय 10.15 बजे सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर आनेवाली पैसेंजर ट्रेन जुब्बा सहनी स्टेशन के आउटर पर पहुंची. यहां स्टेशन पर पहले से मालगाड़ी खड़ी थी, जिसे मुजफ्फरपुर की ओर जाना था. बताते हैं कि मालगाड़ी को स्टेशन से लाइन खाली नहीं मिल रही थी. इस वजह से उसे वहां से नहीं खोला जा रहा था. इस बीच पैसेंजर ट्रेन आउटर पर ही खड़ी थी. लगभग 11 बजे यात्रियों का सब्र जवाब देने लगा, तो वो स्टेशन मास्टर के चेंबर में पहुंचे, जहां उनकी बात स्टेशन मास्टर मनोज कुमार से हुई, लेकिन यात्री स्टेशन मास्टर की बातों से संतुष्ट नहीं दिखे. उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर में यात्रियों ने स्टेशन मास्टर के चेंबर में तोड़फोड़ शुरू कर दी. इसको देख कर स्टेशन मास्टर वहां से भागने लगे. स्टेशन मास्टर को भागता देख गांव के लोगों को लगा कि किसी ने स्टेशन पर हमला कर दिया. इसके बाद ग्रामीण लाठी-डंडों से लैस होकर स्टेशन पहुंच गये. उन्होंने यात्रियों के खिलाफ मोरचा खोल दिया. देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया. इससे स्टेशन पर भगदड़ की स्थिति बन गयी. स्टेशन पर बने यात्री शेडों को तोड़ दिया गया. स्टेशन मास्टर के चेंबर के अलावा स्टेशन पर बने भवन पर पत्थरों के सैकड़ों निशान बन गये. पूरे स्टेशन परिसर में पत्थर ही नजर आ रहे थे.
जुब्बा सहनी स्टेशन पर हंगामा व तोड़फोड़ की खबर जब मुजफ्फरपुर स्टेशन को मिली, तो आनन-फानन में वहां से ट्रेनों को खोलने का निर्देश जारी किया गया, जब पैसेंजर ट्रेन मुजफ्फ रपुर के लिए रवाना हुई, तब जाकर स्टेशन पर शांति का माहौल बना. इस दौरान आधा घंटा से ज्यादा स्टेशन परिसर रणक्षेत्र में तब्दील रहा.