मुजफ्फरपुर: तत्काल टिकट पर इन दिनों महिला बिचौलिये हावी हैं, लेकिन रेल अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही. महिलाओं को आसानी से तत्काल का टोकन मिल जाने से रोजाना चार-पांच महिला बिचौलिया दूसरों के नाम से मुंबई, दिल्ली, बंगलोर सहित अन्य शहरों के लिए टिकट ले रही है.
गुरुवार को काउंटर नंबर एक पर तत्काल टोकन लेकर खड़ी कई महिलाएं को यह पता नहीं था कि वह कहां व किसके नाम का टिकट ले रही है.उनके अगल-बगल से कई पुरुष सक्रिय था. इन दिनों तत्काल टिकट के मारामारी मची हुई है.
पुरुषों के कतार में बिचौलियों पर अंकुश लगने के बाद अब टिकट बिचौलियों ने महिला का सहारा
लेना शुरू कर दिया है. महिलाओं के लिए अलग से काउंटर होने के कारण उन्हें अलग से टोकन मुहैया कराया जाता है. रोजाना 15 से 20 महिलाएं तत्काल के लिए कतार में रहती है.
कतार में लगने का 200 रुपये
तत्काल टिकट पर बिचौलिये महिलाओं की मदद से कब्जा जमाने लगे हैं. बताया जाता है कि टोकन के लिए कतार में लगी महिलाओं को 200 से 300 रुपये में बिचौलिये देते हैं. एक से दो घंटे कतार में लगने का दो से तीन सौ मिल जाने से रोजाना कई महिलाएं सुबह से आरक्षण केंद्र के आसपास भटकती रहती है. मिठनपुरा से आये अजय ने बताया कि रेल प्रशासन को रोज पुरुष के साथ-साथ महिलाओं के कतार की फोटोग्राफी कराना चाहिए. उनके आरक्षण फार्म की चेकिंग होनी चाहिए. वह किसके लिए टिकट ले रही है.
पकड़ा गया फर्जी टोकन
आरक्षण केंद्र पर तत्काल टिकट का फर्जी टोकन का इस्तेमाल करने से भी बिचौलिये बाज नहीं आ रहे है. गुरुवार को डिप्टी सीसीआइ बैद्यनाथ प्रसाद को टोकन देने की जिम्मेवारी एरिया मैनेजर जेपी त्रिवेदी ने दी थी. टोकन देने के बाद काउंटर नंबर तीन पर तैनात आरक्षण क्लर्क ने शिकायत कि आरक्षण फार्म पर दिया गया नंबर गलत लग रहा है. जानकारी मिलते ही जब डिप्टी सीसीआइ ने जांच की तो उसे फर्जी पाया. आरक्षण फार्म पर काउंटर नंबर तीन का टोकन नंबर एक लिखा था.
अवध एक्सप्रेस से मुजफ्फरपुर से बड़ोदरा तक थ्री एसी का टिकट अंजू सिंह व दो बच्चों के नाम आरक्षण फार्म पर लिखा था. वही उसके साथ एक फर्जी पहचान पत्र की फोटो कॉपी लगी थी, जोकि गुजराती में थी. हालांकि फर्जी टोकन का इस्तेमाल करने वाला युवक भीड़ का फायदा उठा कर फरार हो गया.
सप्तक्रांति में अफरातफरी
12557 सप्तक्रांति एक्सप्रेस के खुलने के समय थोड़ी देर के लिए अफरातफरी की स्थिति मच गयी. सामान्य कोच में चढने के लिए दो गुट गुरुवार को भी आपस में भिड़ गये. हालांकि जीआरपी के पहुंचने के बाद मामला शांत हो पाया.
लोगों का कहना था कि कतार लगा कर बोगी में यात्रियों का प्रवेश कराना चाहिए. लेकिन कुछ बिचौलिये टाइप के लोग यार्ड में ही बोगी पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे है. वही एक यात्री ने एसी फस्र्ट व द्वितीय के बीच गेट नहीं होने की शिकायत की.