मुजफ्फरपुर: अल्ट्रासाउंड सेंटरों से स्टिंग ऑपरेशन के नाम पर अवैध वसूली में पकड़े गये पत्रकारों का पांच मोबाइल ब्रह्नापुरा थाने से गायब हो गया. यहीं नहीं, प्रेस वार्ता में दी गयी जानकारी से अलग हट कर पप्पू कुमार के आवेदन पर एक लाख रुपये विज्ञापन के नाम पर ठगी करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
इससे अल्ट्रासाउंड के नाम लिंग परीक्षण करने वाले व पुलिस कर्मियों की मिलीभगत उजागर हो गयी है. जानबूझ कर प्राथमिकी मेंअल्ट्रासाउंड घरों में चल रहे खेल पर परदा डाला गया है.
बताया जाता है कि दो दिनों तक इसी कारण से प्राथमिकी दर्ज करने में देरी की गयी है. हालांकि पप्पू कुमार की ओर से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में 24 सितंबर के तिथि में ही आवेदन देने का जिक्र है. जब्ती सूची में पत्रकारों से जब्त किये गये 14 मोबाइल में से मात्र नौ का ही जिक्र किया गया है.पांच मोबाइल का कोई अता-पता नहीं है.
नगर थाने पर पकड़े गये मो दानिश का कहना था कि उनलोगों के पास अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर अवैध तरीके से की जा रही भ्रूण जांच का सारा डाटा था, जिसे लैपटॉप व पेन ड्राइव में रखा गया था. उनलोगों के पास से जब्त किया गया चाजर्र व कूकर का भी कोई जिक्र जब्ती में नहीं है. प्रेस वार्ता में एसएसपी ने सात लाख रुपये पकड़े जाने की जानकारी दी थी, उसमें से भी 15 हजार रुपये गायब कर दिया गया है. इधर, एसएसपी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि सिटी एसपी से जांच करायी जायेगी. जब्त लैपटॉप व पेन ड्राइव में मौजूद डाटा को जांच के लिए रखा गया है.देर शाम सभी को जेल भेज दिया गया है.