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करीबियों ने बैठक कर रची समीर की हत्या की साजिश
मुजफ्फरपुर : पूर्व मेयर समीर हत्याकांड की जांच में नया मोड़ आया है. करीब एक करोड़ रुपये के गबन के मामले में गिरफ्तार सुशील छापड़िया ने अपने इकबालिया बयान में इस हत्याकांड का राज खोल दिया है. उसने स्वीकार किया है कि समीर कुमार की हत्या के पीछे कल्याणी की जमीन का विवाद था और […]
मुजफ्फरपुर : पूर्व मेयर समीर हत्याकांड की जांच में नया मोड़ आया है. करीब एक करोड़ रुपये के गबन के मामले में गिरफ्तार सुशील छापड़िया ने अपने इकबालिया बयान में इस हत्याकांड का राज खोल दिया है. उसने स्वीकार किया है कि समीर कुमार की हत्या के पीछे कल्याणी की जमीन का विवाद था और हत्याकांड को अंजाम देने के लिए दो-तीन बार बैठक हुई थी. इसकी साजिश पूर्व मेयर के पार्टनर रहे लोगों ने रची और शूटर गोविंद व सुजीत के जरिये समीर कुमार की हत्या करायी गयी. टाउन थाना में सुशील का बयान गुरुवार को दर्ज कराया गया था, जिसे शुक्रवार को कोर्ट में जमा कराया गया.
सुशील छापड़िया ने अपने इकबालिया बयान में स्वीकार किया है कि समीर कुमार के साथ मिलकर वह जमीन की खरीद बिक्री का धंधा करता था. 2015 में सुतापट्टी में 15 धूर जमीन विश्वनाथ जी से नौ लाख रुपये में लिये थे. इसमें समीर जी, बिजेंद्र कुमार (मिठनपुरा) पार्टनर थे. ये जमीन 12 लाख रुपये प्रति धूर बेचे गये. फिर 2016 में सुतापट्टी में 12 धूर जमीन 98 लाख रुपये में अनिल नेमानी (जूरन छपरा) से लिये. इसमें भी पार्टनर समीर जी थे. इस जमीन का सौदा 2017 में पवन कुमार लोहिया से किया था.
लगभग 98.5 लाख रुपये मैं, पवन कुमार लोहिया से नकद एवं चेक के माध्यम से लिया था. लेकिन, यह जमीन पवन को न बेचकर सुमित कुमार गोयनका को बेच दिया गया. पवन कुमार को अभी तक पैसा वापस नहीं किया गया है. फिर 2016 में कल्याणी मार्केट का 19 कट्ठा 15 धूर जमीन चंद्रलेखा सिंह से 13.15 करोड़ रुपये में एग्रीमेंट किया गया था. इसमें विश्वजीत मिश्रा (काजी मोहम्मदपुर), श्यामनंदन मिश्रा (सकरा), विजेंद्र कुमार (मिठनपुरा) एवं समीर जी, आशुतोष शाही पार्टनर थे. लेकिन, जमीन का एग्रीमेंट रद्द हो गया.
सुशील ने यह खुलासा भी किया है कि वह, समीर जी एवं आशुतोष शाही पार्टनर थे, लेकिन हर जमीन के सौदे में साथ नहीं रहते थे. समीर जी ने हमसे हटकर सहारा इंडिया के जमीन का सौदा आशुतोष शाही के साथ मिलकर किये. इस जमीनश्यामनंदन मिश्रा से हुआ था विवाद : दर्ज बयान में सुशील ने कहा है कि कल्याणी में हुए जमीन के सौदे में प्रथम एग्रीमेंट श्यांमनंदन मिश्रा एवं आशुतोष शाही पार्टनर बने. श्यामनदन मिश्रा के कहने पर जमीन मालकिन चंद्रलेखा सिंह को एकाउंट से एवं नकद दो करोड़ रुपये दिया.
बाद में पता चला कि चंद्रलेखा सिंह को मात्र 1.65 करोड़ रुपये ही मिला है. इस बात की जानकारी मिलने पर समीर कुमार ने श्यामनंदन मिश्रा को बुलाकर पूछताछ भी किया था. इसके बाद श्यामनंदन और समीर में मनमुटाव हो गया था. बयान में कहा गया- श्यामनंदन मिश्रा बोला कि मालकिन से आपलोग का पैसा लौटवा दूंगा. इन सबके बाद कल्याणी वाली जमीन का सौदा रद्द हो गया. सुशील ने श्यामनंदन मिश्रा के साथ हुई मारपीट का भी खुलासा किया है.
सुशील ने यह खुलासा भी किया है कि जेल से निकलने के बाद श्यामनंदन मिश्रा समीर जी से बदला लेने के लिए अपराधी गिरोहों से संपर्क करने लगा था. बयान में कल्याणी के राजू तुरहा एवं उसका साथी ओमकार का भी नाम लिया गया है और कहा गया है कि ये लोग भी नहीं चाहते थे कि समीर जी कल्याणी वाली जमीन लें. बयान के अंत में कहा गया है-… फिर शंभू जी के संरक्षण में हमलोग का श्यामनंदन मिश्रा एवं उपरोक्त शूटर एवं राजू तुरहा एवं कुछ अन्य लोगों के साथ दो-तीन बार बैठक हुई. फिर बैठक में हुए बात के अनुसार शूटर गोविंद एवं सुजीत ने घटना को अंजाम दिया तथा समीर जी मारे गये.
शूटर गोविंद व सुजीत के जरिये करायी गयी हत्या
पूर्व मेयर हत्याकांड में रिमांड पर लेगी पुलिस . सुशील छापड़िया ने पुलिस के समक्ष इस कांड से जुड़े कई अहम सुराग दिये हैं. सुशील के बयान को कोर्ट में जमा कराया गया है. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस अब सुशील को पूर्व मेयर हत्याकांड में भी रिमांड पर लेगी. आमगोला निवासी प्रॉपर्टी डीलर सुशील छापड़िया पहले से ही पुलिस के निशान पर था. पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की थी.
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