मुजफ्फरपुर: नगर निगम का गठन हुये दो साल पूरा हो गया, लेकिन पहले साल की तरह इस बार जश्न नहीं हुआ. कोई इसकी चर्चा के लिए भी तैयार नहीं दिखा. इसके पीछे वजह मेयर व डिप्टी मेयर की कुर्सी है. साल भर पहले नौ जून को जम कर जश्न हुआ था. कार्यक्रम के साथ पार्टी का दौर भी चला था, लेकिन इस बार कुर्सी बचाने व कुर्सी पाने की होड़ वर्षगांठ के दिन हावी दिखी. दो खेमों में बट चुके वार्ड पार्षदों के बीच दिन भर गुणा व गणित चलती रही.
मेयर वर्षा सिंह वार्ड 41 के पार्षद विजय झा की ओर से किये गये कार्यक्रम में तो दिखी, लेकिन दो साल पूरे होने पर कार्यक्रम के संबंध में सवाल पूछा गया, तो सीधा जवाब दिया. इस बार कोई कार्यक्रम नहीं हुआ. दरअसल, दो साल पूरा होने पर पार्षदों को ये अधिकार मिल जाता है, अगर वो मेयर व डिप्टी मेयर के काम से संतुष्ट नहीं हैं, तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं. यही वजह है, दूसरी वर्षगांठ पूरी होने से महीने भर पहले से ही अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था.
अविश्वास प्रस्ताव पेश होने की स्थिति में नये मेयर व डिप्टी मेयर को लेकर भी नाम सामने आने लगे हैं. तीन महिला वार्ड पार्षदों के नाम की चर्चा हो रही है. वहीं, डिप्टी मेयर को लेकर भी एक नाम सामने आया है. इस बार अंदरखाने में ये चर्चा भी हो रही है, डिप्टी मेयर को हटाने के लिए भी एक गुट सक्रिय है. इसका कहना है, मेयर वर्षा सिंह की कुर्सी बरकरार रहे, लेकिन इसी का एक धड़ा कह रहा है, वो नया मेयर बनाना चाहता है. इसी को लेकर मंथन का दौर चल रहा है. चर्चा तो यहां तक है, नगर में सक्रिय एक राजनेता की इच्छा भी डिप्टी मेयर को पद से हटाने की है. ये इच्छा उन्होंने अपने आसपास के लोगों से भी जारी की है.
सोमवार को दिन में एक और चर्चा जोरों पर रही. लोकसभा चुनाव के दौरान एक प्रत्याशी ने कुछ वार्ड पार्षदों से कहा था, आप लोग अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहते हैं, तो डर किस बात का है. आप प्रस्ताव की तैयारी करें, हम आपका साथ देने के लिए तैयार हैं. वहीं, इन चर्चाओं के बीच निष्ठाएं भी बदल रही हैं. एक वार्ड पार्षद के पति सोमवार को दिन भर ये कहते नगर आये, आज शाम तक अविश्वास प्रस्ताव की रूपरेखा तैयार हो जायेगी, लेकिन शाम होते-होते इनकी बोली बदल गयी. कहने लगे, जब वार्ड पार्षद लोग चाहेगा, तभी अविश्वास प्रस्ताव आयेगा.
वहीं, कुर्सी बचाने के लिए मेयर वर्षा सिंह की ओर से भी कोशिशें शुरू हो गयी हैं. सोमवार को दिन में इस गुट की ओर से कई वार्ड पार्षदों की ओर से फोन किये गये और उनसे आनेवाले दिनों में किस तरह की रणनीति रखनी है. इस पर चर्चा की गयी. हालांकि ये सब खेल अभी परदे के पीछे चल रहा है, लेकिन इसके बीच ये भी तय माना जा रहा है, अगले दो-तीन दिनों में अविश्वास प्रस्ताव पेश हो सकता है.