मुजफ्फरपुर: एसबीआइ की एटीएम में डालने के बजाये 3.5 करोड़ रुपये गबन मामले में पुलिस प्रशासन बैंककर्मियों को तंग करना बंद करें. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वह ठीक है, लेकिन जांच सही दिशा में हो.
यह बातें एसबीआइ ऑफिसर्स एसोसिएशन (एसबीआइओए) के सर्किल अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह ने गुरुवार को कही. वे संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा, पुलिस ने गबन मामले के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अब तक पैसों की रिकवरी क्यों नहीं हुई. यह पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़ा करता है. कानून में हर गलती की अलग-अलग सजा है. अनजाने में हुई भूल व जान कर की गयी गलती की सजा एक जैसी नहीं हो सकती है. पुलिस ने बैंक कर्मियों को तंग करना बंद नहीं किया तो चुनाव के बाद बैंक यूनियन आंदोलन को मजबूर होगा. इस दौरान एसबीआइओए के उप महासचिव सह एससीएसटी सेल के महासचिव, सेंट्रल कमेटी सदस्य डीके श्रीवास्तव व एसएस गुप्ता, मुजफ्फरपुर जोन के अध्यक्ष जवाहर चौधरी, सहायक महासचिव टुनटुन बैठा मौजूद थे.
जेल में अमरेश से की मुलाकात
ऑफिसर्स एसोसिएशन के नेताओं ने जेल में बंद बैंककर्मी अमरेश कुमार सिन्हा से जाकर मुलाकात की. यूनियन नेताओं ने अमरेश से कहा, धैर्य रखें, यूनियन आपके साथ है. इसके बाद यूनियन नेता एसबीआइ के डीजीएम डीके पांडा से इस मामले को लेकर मिले. वहां सर्किल अध्यक्ष ने बताया कि बैंक प्रबंधन की जांच में बताया गया है कि निगरानी में चूक हुई है, इस पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. लेकिन जान कर गलती की बात कहीं सामने नहीं आयी है. यूनियन नेताओं ने एसबीआइ रेडक्रॉस शाखा में जाकर अधिकारियों व कर्मचारियों से मुलाकात की. सभी को अपना काम ईमानदारी व सतर्कता से काम करने की सलाह दी. यूनियन नेताओं ने कहा कि वे इस केस में फंसे निदरेष बैंककर्मी के साथ है.