मुजफ्फरपुर : एलएस कॉलेज के परीक्षा भवन का उद्घाटन दो दिन पहले ही कुलपति डॉ अमरेंद्र नारायण यादव ने किया था. गुरुवार को पीजी थ्री हॉस्टल व ड्यूक हॉस्टल के बीच के विवाद में साथी की पिटाई से आक्रोशित एमआइटी के छात्रों ने परीक्षा भवन में जमकर तोड़फोड़ की. हॉल में रखी कुर्सियां तोड़ने के साथ ही खिड़की व ग्रिल के शीशे व फर्श भी क्षतिग्रस्त कर दिया. कॉलेज प्रशासन व शिक्षकों के बीच एमआइटी की परीक्षा के लिये केंद्र बनाने के प्रस्ताव पर सहमति न होने के बाद भी अनुमति दी गयी थी.
आर्ट्स ब्लॉक से कुर्सी-टेबल लाकर रखी गयी है, ताकि परीक्षा भवन में ही सभी परीक्षाएं करायी जा सके. उद्घाटन के बाद बुधवार से एमआइटी की परीक्षा हो रही थी. गुरुवार को दूसरे दिन पहले शिफ्ट में सातवें व दूसरे शिफ्ट में पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा थी. दोनों शिफ्ट में करीब 700 परीक्षार्थी थे. हालांकि पहले शिफ्ट की परीक्षा खत्म होने के बाद बवाल होने के कारण छात्रों ने दूसरे शिफ्ट की परीक्षा का बहिष्कार कर दिया.
अचानक हुए बवाल के कारण सहमे रहे परीक्षक
पहले शिफ्ट की परीक्षा दोपहर डेढ़ बजे खत्म हुई, तभी छात्रों का हुजूम शोर मचाते हुए अंदर घुसा और तोड़फोड़ करने लगा. उस समय परीक्षा ड्यूटी में लगे शिक्षक कॉपी सहेज रहे थे. अचानक हुए हंगामे से वे कुछ समझ नहीं पाये और सीधे भागकर बगल के कमरे में घुस गये. चार शिक्षिकाएं भी थी, जो परीक्षा खत्म होने के बाद भी घर जाने की बजाय माहौल शांत होने के बाद भी बैठी रही. हंगामा होते ही एक शिक्षिका ने परिवार के सदस्य को बुला लिया था.
वाॅश रूम दुरूस्त नहीं हुआ, अब खिड़कियां भी टूटी
परीक्षा भवन में करीब तीन महीने पहले असामाजिक तत्वों ने ताला तोड़कर चोरी की थी. मोटर खोल ले गये और वॉश रूम को क्षतिग्रस्त कर दिया. बेसिन सहित नल की टोटियां भी खोल ले गये थे. अभी कॉलेज प्रशासन उसे दुरुस्त नहीं करा सका था. उद्घाटन करा दिया गया. अभी उसकी मरम्मत कराने की तैयारी चल ही रही थी कि छात्रों ने खिड़कियों के शीशे भी क्षतिग्रस्त कर दिये.
प्राचार्य ने वीसी व डीएम को भेजा पत्र
एलएस कॉलेज के प्राचार्य ने घटना को लेकर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय व आर्यभट्ट यूनिवर्सिटी के कुलपति के साथ ही डीएम को पत्र भेजा है. इसमें प्राचार्य ने पीजी थ्री हॉस्टल के छात्रों पर एलएस कॉलेज परिसर में चंदा वसूली करने और विरोध करने पर ड्यूक हॉस्टल पर हमला करने की बात कही है. प्राचार्य ने परीक्षा भवन में एमआइटी के छात्रों द्वारा की गयी तोड़फोड़ में लाखों रुपये के नुकसान का जिक्र किया है. साथ ही घटना को लेकर परिसर में तनावपूर्ण माहौल होने की बात कही है. प्राचार्य ने अधिकारियों से शांति व्यवस्था कायम रखने के लिये पहल करने का अनुरोध किया है.
एमआइटी की परीक्षा के लिए न चाहते हुए भी केंद्र बनाने की दी थी अनुमति
उग्र छात्रों ने कुर्सियां तोड़ी, खिड़की व ग्रिल पर लगा शीशा व फर्श क्षतिग्रस्त किया