मुजफ्फरपुरः 3.52 करोड़ के गबन मामले में मंगलवार को पुलिस ने बैंक के डिलिंग क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया. उसकी गिरफ्तारी कलेक्ट्रेट के पास हुई. बैंककर्मी का नाम अमरेश कुमार सिन्हा है. उसे जेल भेज दिया गया है. उस पर एटीएम में कैश लोड करने के दौरान 3.52 करोड़ के गबन मामले में संलिप्तता का आरोप है.
सदर थानाध्यक्ष अंजनी कुमार झा ने बताया कि सूचना मिली थी कि बैंक कर्मी कलेक्ट्रेट के आसपास देखे गये हैं. सूचना मिलते ही छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इसके पूर्व सोमवार को ऑडिटर धीरेंद्र तिवारी की जमानत याचिका जिला सत्र न्यायाधीश उदय शंकर ने खारिज कर दी थी.
क्या है मामला
एक जनवरी को एसआइएस कर्मी रवि कांत ओझा ने एटीएम में कैश लोड करने के बहाने एक करोड़ से अधिक राशि का गबन करने का मामला दर्ज कराया था. इस मामले में कस्टोडियन अमरेंद्र सिंह व सूरज सिंह को अभियुक्त बनाया गया. जांच के क्रम में गबन की राशि साढ़े तीन करोड़ के पार कर गयी. पुलिस ने 8 जनवरी को ही एसआइएस के कुणाल रंजन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. नगर डीएसपी के पर्यवेक्षण रिपोर्ट में दोनों कस्टोडियन पर मामला सत्य पाया था. छानबीन में पाया गया था कि दोनों कस्टोडियन चार की जगह तीन परची देकर ही एटीएम में पैसा डालने के लिए अग्रिम रुपये लेते थे. इसमें कई बैंक कर्मी को दोषी पाया गया था.
वैशाली के भगवानपुर थाना क्षेत्र के करहरी गांव निवासी मयंक कुमार, सदर थाना क्षेत्र के बीबीगंज निवासी विकास कुमार उर्फ विकास तिवारी (दोनों सीतामढ़ी के कस्टोडियन), छपरा जिला भगवान बाजार निवासी राघवेंद्र कुमार(पूर्व चीफ मैनेजर), पटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र के जमाल रोड के ओराज अपार्टमेंट में रहने वाले अमरेश कुमार (बैंक कर्मी), रांची लालपुर के सिद्धिनाथ तिवारी, डोरंडा थाना क्षेत्र के गणपति पैलेस निवासी विनोद कुमार उपाध्याय (बैंक कर्मी), अहियापुर थाना क्षेत्र रतवारा जय प्रकाश नगर निवासी धीरेंद्र तिवारी, समस्तीपुर सदर थाना क्षेत्र के नकुस्थान मोहनपुर निवासी उमाशंकर प्रसाद रजक (बैंक कर्मी), औराई थाना क्षेत्र के रतवारा बिंदवारा निवासी दुर्गा दत्त झा (बैंक कर्मी) .