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मेहंदी रची थारे हाथों में, घुल रहयो काजल आंख्या में

मुजफ्फरपुर: भाद्रपद अमावस्या के दूसरे दिन सोमवार को शहर के तीन मंदिरों में दादी जी का पूजन धूमधाम से किया गया. राणी सती मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ जुटने लगी. सुबह 5.30 बजे महिलाओं ने दादी मंड पर जात व पाटा पूजन किया. इस मौके पर मंदिर को फूलों व गुब्बारों से […]

मुजफ्फरपुर: भाद्रपद अमावस्या के दूसरे दिन सोमवार को शहर के तीन मंदिरों में दादी जी का पूजन धूमधाम से किया गया. राणी सती मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ जुटने लगी. सुबह 5.30 बजे महिलाओं ने दादी मंड पर जात व पाटा पूजन किया.
इस मौके पर मंदिर को फूलों व गुब्बारों से सजाया गया था. पूजन के बाद दादी जी का महाशृंगार किया गया. रात्रि 7 बजे कोलकाता से आये कलाकार सुनील जोशी, अन्नू व आचार्य विष्णु शर्मा ने भजनों का ऐसा समां बांधा कि लोग मुग्ध रह गये. कलाकारों ने हार बनूं थारै गलै में, मोती बनूं थारै झुमे मैं, मेंहदी रची थारे हाथां में, घुल रहयो काजल आंख्या में, थे कहो तो दादी थारी नथनी बन जाऊ मैं जैसे भजनों से दादी का दरबार गूंजता रहा. कर्यक्रम के आयोजन में मारवाड़ी युवा मंच का विशेष योगदान रहा. रात्रि 10.30 बजे शयन आरती के साथ श्री भाद्रपद अमावस्या महोत्सव का समापन किया गया. मौके पर मंदिर ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष श्याम सुंदर भीमसेरिया, शेषनाथ केजरीवाल, अनिल अग्रवाल, संरक्षक पुरुषोत्तम लाल पोद्दार, विमल सर्राफ, राजेश तुलस्यान, प्रभात बंका सहित अन्य सदस्यों की भूमिका रही.
अन्नपूर्णा मंदिर में जात-पाटा पूजन: सिकंदरपुर स्थित अन्नपूर्णा मंदिर में श्री ढांढ़ण शक्ति सत्संग समिति की ओर से दादी जी का जात-पाटा पूजन किया गया. मौके पर दादी भक्तों न मांगलिक परिधान पहन कर जोड़ा पूजन किया. इसके बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया.
आायोजन में सज्जन शर्मा, कैलास नाथ भरतीया, रामावतार सांगनेरिया, प्रकाश अग्रवाल, विक्रम बजाज, संजय भरतीया, विनोद भरतीया की मुख्य भूमिका रही. कार्यक्रम का संचालन अनिल भरतीया ने किया. उधर, बालूघाट स्थित कोटड़ी वाली मंदिर में भी भक्तों ने सुबह जात-पाटा पूजन के बाद प्रसाद वितरित किया. मौके पर काफी लोगों की भीड़ रही.
बोधि आश्रम में सृष्टि पूजन उत्सव
मुजफ्फरपुर. रसूलपुर जिलानी मोहल्ला स्थित बोधि आश्रम में सोमवार को सृष्टि पूजन उत्सव का आयोजन किया गया. इस मौके पर डॉ बोधि कश्यप ने मुख्य पुरोहित की भूमिका निभायी. भक्तों की यज्ञाहूति के बाद गणेश व शिव की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित की गयी. डॉ बोधि कश्यप ने कहा कि कलियुग के इस कालखंड में हम सभी मानव अपने निहित कर्मों से विमुख हो गये हैं. हम सभी को शिव भाव का जागरण करना चाहिए. इस मौके पर अधिवक्ता देवेंद्र कुमार सिन्हा, अरुण शुक्ला, चंद्र किशोर पराशर, नवल किशोर सिंह आदि मौजूद थे.

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