मुजफ्फरपुर : कालाजार तकनीकी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति में मुजफ्फरपुर सहित राज्य के कई जिलों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. पर्यवेक्षकों की प्रतिनियुक्ति के लिए विभाग ने मानक तय किया है, लेकिन जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से इसकी अनदेखी करके प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. इसको गंभीरता से लेते हुए वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी सह अपर निदेशक डॉ एमपी शर्मा ने संबंधित जिलों के सीएस को पत्र भेजकर मानक के अनुसार पर्यवेक्षकों का पदस्थापन व प्रतिनियुक्ति करने को कहा है.
बताया है कि कालाजार के चिह्नित मरीजों की संख्या के आधार पर पर पर्यवेक्षकों का पद सृजित किया गया है. मरीजों की संख्या बढ़ने या घटने पर ही पूर्व में निर्धारित पद घटाये या बढ़ाये जा सकते हैं. इसके अनुसार ही मानदेय का त्रैमासिक आवंटन भी किया जाना है. कालाजार तकनीकी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति के उपरांत 15 जून तक योगदान कराने का निर्देश दिया गया था.
ये है प्रतिनियुक्ति का मानक
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत कालाजार उन्मूलन के लिए सभी प्रखंडों में कालाजार तकनीकी पर्यवेक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जानी है. इसके लिए विभाग ने मानक तय किया है. जिन प्रखंडों में 10 हजार की आबादी पर एक या उससे अधिक मरीज मिले हैं, वहां एक पर्यवेक्षक की प्रतिनियुक्ति की जानी है. वहीं जिन प्रखंडों में 10 हजार की जनसंख्या पर एक से कम कालाजार के मरीज मिले हों, वैसे तीन या चार प्रखंडों को मिलाकर एक पर्यवेक्षक की प्रतिनियुक्ति करनी है.