मुजफ्फरपुर : पूंजीवादी व साम्यवादी देशों ने पूंजीवादी अर्थव्यवस्था को अपनाया है. इसे केंद्रीकृत अर्थव्यवस्था के नाम से भी जाना जाता है. यह आर्थिक व्यवस्था मुनाफा पर आधारित है. इसमें उद्योग व उत्पादन मुनाफा के लिए है. लोगाें को अपना घर छोड़ कर शहरों में काम करने जाना पड़ता है. उन्हें दो जगहों की व्यवस्था संभालनी पड़ती है.
वे घर के उत्तरदायित्व को अनदेखा कर कमाते हैं. ये बातें दिल्ली से आये मुख्य प्रशिक्षक आचार्य कल्याणमित्रानंद अवधूत ने अतरदह स्थित आनंद मार्ग आश्रम में चल रहे आध्यात्मिक सेमिनार के दूसरे दिन शनिवार को आर्थिक नीतियों की चर्चा करते हुए कहीं. सेमिनार के आयोजन में आलोक कुमार, आनंद देव, जीतेश नारायण, प्रभात देव, हर्ष देव, आचार्य रघुरामानंद अवधूत, आचार्य पुष्पेंद्रानंद अवधूत, आचार्य गोपालानंद अवधूत, आचार्च सद्वीरानंद अवधूत का मुख्य सहयोग रहा.