मुजफ्फरपुर: शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार में धराये कर्मियों की रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा निदेशक को सौंप दी गयी है. सोमवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक श्री राम सिंह को बुलाया था.
आरडीडीइ ने आधा दर्जन कर्मियों की अंतिम जांच रिपोर्ट विभाग को सौंपी है. अब विभाग इनकी बरखास्तगी की कार्रवाई शुरू करेगा. इनमें प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी समेत कई कर्मचारी शामिल हैं. कार्रवाई की जद में गायघाट के तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रुद्र नारायण राम नाम है. जांच के दौरान बीइओ इन पर लगे आरोप सत्य पाये गये हैं. श्री राम वर्तमान में सीवान के मशरख प्रखंड के बीइओ हैं. निगरानी ने कई लोगों को रंगे हाथ पकड़ा था. निलंबन अवधि समाप्त होने के बाद काम कर रहे हैं.
नहीं माना विभाग का आदेश
मोतिहारी के जिला शिक्षा विभाग में कार्यरत प्रमोद पांडेय व तारकेश्वर पटेल विभागीय आदेश नहीं माना. 2001 में 14 शिक्षकों को नौकरी दे दी. अवैध तरीके से कर्मियों का स्थानांतरण किया था. फिर भुगतान का आदेश निकाल अधिकारियों से हस्ताक्षर करा अवैध भुगतान भी कर दिया था. मुजफ्फरपुर डीइओ ने इसकी रिपोर्ट तैयार की.
आरोपितों से स्पष्टीकरण पूछा गया. इसकी निगरानी ने भी जांच की, जिसमें सच्चई सामने आ गयी. इसके बाद उक्त दोनों कर्मियों को चैपमैन बालिका उवि में प्रतिनियुक्ति का आदेश दिया गया था, लेकिन इन्होंने विभागीय आदेश नहीं माना. अभी तक दोनों ने योगदान नहीं दिया है.
जांच अधिकारी बदला
वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी रहे अजय कुमार के मामले के जांच अधिकारी को बदल दिया गया है. अजय को निगरानी ने रंगे हाथों पकड़ा था. इनकी जांच शिवहर के जिला शिक्षा पदाधिकारी को सौपी गयी थी, लेकिन अजय कुमार शिवहर के शिक्षा पदाधिकारी से सीनियर थे. इस वजह से शिवहर के शिक्षा पदाधिकारी ने जांच से इनकार कर दिया था. इस वजह से अब जांच सीतामढ़ी के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक को सौपी गयी है.