मुजफ्फरपुरः शहर की लाइन लाइन माना जानेवाला अखाड़ाघाट पुल मरम्मत के लिए रविवार आधी रात के बाद बंद कर दिया गया. पुल का नीचे का हिस्सा काफी समय से छतिग्रस्त हो गया था. सालों पहले इसकी मरम्मत का प्लान बना और पैसा भी आ गया, लेकिन काम अब शुरू हो सका है.
पहले पुल को सत्रह मार्च से बंद किया जाना था. बाद में इसे बीच मार्च और शिक्षक व स्नातक चुनाव को देखते हुये इसे 24 मार्च करना पड़ा. तीन बाद टलने के बाद अब मरम्मत का काम शुरू हो गया है. रविवार को बारह बजे के बाद पुल के दोनों ओर ईंट की दीवार बना दी गयी,ताकि लोग इससे होकर आ जा नहीं सकें. पुल निर्माण निगम के परियोजना निदेशक बीके सिंह के अनुसार, 20 दिन में पुल को पूरी तरह से फिर खोल दिया जायेगा.
सात किलोमीटर बढ़ेगी दूरी
अभी सीबीएसइ की कई परीक्षाएं चल रही हैं. इससे परीक्षा में शामिल होनेवाले छात्रों को परेशानी है, जो लोग अखाड़ाघाट में पुल के उस पार रहते हैं. उन्हें अगर मोतीझील या सरैयागंज टावर चौक के आसपास काम के लिए आना है, तो सात किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी. वहीं, दरभंगा व सीतामढ़ी रोड से आनेवालों की दूरी दस से बारह किलोमीटर तक बढ़ जायेगी.
पहले से थी परेशानी
बीते 27 नवंबर को माड़ीपुर रेलवे ओवरब्रिज गिरने से शहर का ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो गया था. इससे प्रशासन को नये सिरे से ट्रैफिक प्लान बनाना पड़ा था. इसके बावजदू हाइस्कूल व इंटर की परीक्षा के दौरान शहर के लोगों को जाम की वजह से परेशानी ङोलनी पड़ी. अखाड़ाघाट पुल बंद होने से दादरपुल पर दबाव बढ़ेगा. वह भी जजर्र स्थिति में हैं. हाल में ही पुल के पाये के पास से बालू की निकाला जा रहा था, जिसको लेकर स्थानीय लोगों को आपत्ति भी जतायी थी. सरकारी नियम के मुताबिक पाये के तीन सौ मीटर तक बालू का खनन नहीं किया जा सकता है.