तारापुर. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के आरंभ होने में अब एक पखवारे से भी कम समय बचा है, जबकि जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आगामी 30 जून तक कांवरिया पथ में सभी तैयारियाें को पूर्ण करने का निर्देश दिया है. लेकिन स्थलीय कार्य को देखते हुए यह संभव प्रतीत नहीं हो रहा है कि सावन माह के आरंभ होते ही कांवरियों को सुविधा मिलने लगेगी. श्रावणी मेला में बुनियादी सुविधाओं में सबसे पहली प्राथमिकता कांवरियों को पैदल चलने में परेशानी नहीं हो, इसके लिए मार्ग में उजला महीन बालू बिछाया जाना है. बालू गिराने में संवेदक को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय प्रशासन अबतक कांवरिया मार्ग को पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त नहीं करा पायी है. मार्ग में जगह-जगह निजी दुकानदारों ने टेंट बनाने के लिए बांस बल्ला गिरा दिया है तो कहीं ग्रामीणों ने सड़क पर ही मवेशियों को बांध रखा है. कई जगहों पर मिट्टी का ढेर जमा है. संवेदक को परेशानी यह है कि सभी जगह उसे हटाने में उसे प्रशासनिक सहयोग कम मिलता है और स्थानीय लोग उनके साथ झंझट करने लगते हैं. संवेदकों की मानें तो जिन जगहों पर मिट्टी का ढेर लगा हुआ है, वहां बालू की परत बिछाने से कीचड़ की संभावना उत्पन्न हो जायेगी. जितने क्षेत्र में बालू का बिछाव करना है, वह क्षेत्र जब तक फ्री जोन नहीं बनेगा तब तक सही तरीके से बालू का बिछाव कर पाना असंभव है. मनिया से तारापुर की दिशा में बालू बिछाने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया है.
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