चार माह पूर्व ही मुंगेर को घोषित किया जा चुका है पूर्ण विद्युतीकृत जिला
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विद्युतीकृत जिले में बंट रहा डीजल अनुदान
चार माह पूर्व ही मुंगेर को घोषित किया जा चुका है पूर्ण विद्युतीकृत जिला 2140 किसानों ने सिंचाई के लिए ले रखा है बिजली कनेक्शन मुंगेर : 15 अगस्त 2016 को मुंगेर पूर्ण विद्युतीकृत जिला घोषित किया जा चुका है और दियारा क्षेत्र को छोड़ कर पूरा जिला विद्युत से आच्छादित है. यहां के 2140 […]
2140 किसानों ने सिंचाई के लिए ले रखा है बिजली कनेक्शन
मुंगेर : 15 अगस्त 2016 को मुंगेर पूर्ण विद्युतीकृत जिला घोषित किया जा चुका है और दियारा क्षेत्र को छोड़ कर पूरा जिला विद्युत से आच्छादित है. यहां के 2140 किसान व्यक्तिगत रूप से कृषि कार्य के लिए विद्युत कनेक्शन लिये हैं जो विद्युत चालित मोटर पंप से अपने खेतों की सिंचाई करते हैं. दूसरी ओर सरकारी आंकड़ों के अनुसार सरकारी ट्यूबबेल एवं नहर के माध्यम से कुल 24,366.27 हेक्टेयर भूमि में फसलों की सिंचाई की गयी. बावजूद इस जिले में डीजल अनुदान के रूप में लाखों रुपये का वितरण हो रहा है. आखिर यह राशि किसे मिल रही है.
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले भर में कुल फसल उत्पादन योग भूमि का रकवा 6,86,000 हेक्टेयर है़ जिसमें शुद्ध कृषि योग्य रकवा 60,308 हेक्टेयर तथा शुद्ध सिंचाई क्षेत्र का रकवा 40,381.8 हेक्टेयर है़ असरगंज, तारापुर, हवेली खड़गपुर तथा संग्रामपुर प्रखंड के अधिकांश कृषि योग्य भूमि की सिंचाई बदुआ नदी तथा खड़गपुर झील के माध्यम से होती है़ वहीं बांकी के प्रखंड में किसान तालाब, नलकूप, कुंआ तथा अन्य साधनों के माध्यम से फसल की सिंचाई करते हैं.
62.10 लाख बंटा डीजल अनुदान : जिले भर में सिंचाई के लिए बिजली के अलावे विभिन्न संसाधनों पर यदि गौर किया जाये जाये तो काफी कम रकवा ही बचता है, जहां फसलों की सिंचाई के लिए डीजल पंप की जरूरत होती है़ किंतु हर साल फसलों की सिंचाई के लिए किसानों के बीच जिले भर में लाखों रुपये का डीजल अनुदान बांटा जा रहा है़ कृषि विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष में खरीफ फसल की सिंचाई के लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों में अबतक कुल 7,672 किसानों के बीच 62 लाख 10 हजार 660 रुपये का डीजल अनुदान बांटा जा चुका है़ हाल यह है कि जिले का पूर्ण विद्युतीकरण होने के बावजूद भी कृषि के मामले में इसकी उपयोगिता सिफर साबित हो रही है़
कहते हैं पदाधिकारी
जिला कृषि पदाधिकारी कृष्ण कुमार वर्मा ने बताया कि किसानों को फसल की सिंचाई के लिए सरकार द्वारा ही डीजल अनुदान की राशि आवंटित की जाती है, जिसे अनुश्रवण समिति द्वारा सत्यापित होने के बाद ही किसानों को प्रोत्साहन के तौर पर डीजल अनुदान की राशि दी जाती है़
सिंचाई के लिए 2140 किसानों ने ले रखा है बिजली कनेक्शन
बिजली विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार फसलों की सिंचाई के लिए जिले भर के कुल 2140 किसानों ने बिजली का कनेक्शन ले रखा है़ कुछेक उपभोक्ताओं को छोड़ बांकी के किसान बिजली कनेक्शन की सुविधा को लेकर न सिर्फ अपने खेतों की सिंचाई करते हैं, बल्कि अपने आस-पड़ोस के किसानों को भी सिंचाई की सुविधा देते हैं. इसके अलावे नहरों के माध्यम से भी जिले भर के कुल 24,366.27 हेक्टेयर भूमि में लगने वाले फसलों की सिंचाई हो रही है़ लघु सिंचाई विभाग स्टेट टयूबबेल के माध्यम से इन क्षेत्रों में सिंचाई करती है.
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