15.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मिट्टी में दफन हो रही घरौंदे से खेलने वाली गुड़िया

मुंगेर : आधुनिकता के दौर में शहरी क्षेत्रों में अब मिट्टी बनाने वाले घरौंदों का प्रचलन नाम मात्र का रह गया है़ किंतु ग्रामीण क्षेत्रों में इसका प्रचलन अब भी जारी है़ घरौंदे तैयार करने के लिए छोटी-छोटी बच्चियां अपने घर से दूर जाकर मिट्टी लाती है तथा अपने-अपने घरों में आकर्षक घरौंदे बनाती है़ […]

मुंगेर : आधुनिकता के दौर में शहरी क्षेत्रों में अब मिट्टी बनाने वाले घरौंदों का प्रचलन नाम मात्र का रह गया है़ किंतु ग्रामीण क्षेत्रों में इसका प्रचलन अब भी जारी है़ घरौंदे तैयार करने के लिए छोटी-छोटी बच्चियां अपने घर से दूर जाकर मिट्टी लाती है तथा अपने-अपने घरों में आकर्षक घरौंदे बनाती है़ किंतु जिस स्थान से बच्चियां मिट्टी लाती है,

अक्सर वैसा स्थान काफी खतरनाक होता है. जिसके कारण मिट्टी में दब कर घरौंदे से खेलने वाली गुड़िया की जानें जा रही है़ पिछले दो दिनों में दो मासूमों की जान जा चुकी है़ साथ ही दो अन्य घायल भी हुए हैं. किंतु प्रशासनिक स्तर पर अबतक कहीं इस तरह की दुर्घटनाओं से बचाव के लिए एहतिहात नहीं बरती गयी है.

दो दिनों में दो की मौत
सदर अनुमंडल क्षेत्र के अलग-अलग प्रखंडों में पिछले दो दिनों में दो मासूमों की जान मिट्टी में दब कर हो चुकी है़ 21 अक्तूबर को धरहरा थाना क्षेत्र के अदलपुर गांव के समीप नकटा आहर से मिट्टी खोदने के दौरान संटू चौधरी की 10 वर्षीय पुत्री नेहा कुमारी की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी़ जबकि उसका 8 वर्षीय भाई अभिषेक कुमार व प्रतिभा देवी गंभीर रूप से घायल हो गयी.
वहीं 22 अक्तूबर को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नंदलालपुर गांव में दूध फैक्ट्री के समीप मिट्टी खोदने के दौरान चंडीस्थान निवासी बाली मंडल की 8 वर्षीय पुत्री गुड़िया कुमारी की मौत हो गयी़ वह नंदलालपुर अपने ननिहाल आयी हुई थी़ लेकिन इन मौतों के बाद भी सजगता नहीं फैलायी जा रही है.
प्रशासन उदासीन
घरौंदों से खेलने वाली गुड़िया लगातार मिट्टी में दफन हो रही है़ बावजूद इसके प्रशासनिक स्तर पर इसके बचाव के लिए कोई सावधानी नहीं बरती गयी है. जागरूकता नहीं फैलायी जा रही है. दीपावली को लेकर सौहार्द्रपूण वातावरण बनाये रखने के लिए थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक तो की जा रही है, किंतु उस बैठक में मिट्टी के धसने से होने वाली घटनाओं को लेकर चर्चा हो रही और न ही किसी प्रकार के एहतिताती कदम उठाये जा रहे हैं.
कहते हैं एसडीओ
सदर अनुमंडल पदाधिकारी डॉ कुंदन कुमार ने कहा कि इस तरह के घटनाओं को रोकने के लिए बच्चों के अभिभावकों को एहतिहात बरतने की जरूरत है़ उन्हें बच्चों की गतिविधियों पर विशेष नजर रखने की जरूरत है़ खतरनाक स्थानों पर वे अपने बच्चों को नहीं जाने दें, तभी इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकता है़

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें