दुखद स्थिति . बिहार शिक्षा परियोजना के अधिकारियों काे नहीं है जानकारी
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जंग खा रही हैं सैकड़ों साइकिलें
दुखद स्थिति . बिहार शिक्षा परियोजना के अधिकारियों काे नहीं है जानकारी जिला स्कूल के एक कक्ष में बिहार शिक्षा परियोजना की सैकड़ों साइकिल रखी है. यह साइकिल कब व किसने रखी और इसका कस्टोडियन कौन है कोई नहीं जानता. मुंगेर : ले के शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही के कारण जिला स्कूल में लगभग सैकड़ों […]
जिला स्कूल के एक कक्ष में बिहार शिक्षा परियोजना की सैकड़ों साइकिल रखी है. यह साइकिल कब व किसने रखी और इसका कस्टोडियन कौन है कोई नहीं जानता.
मुंगेर : ले के शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही के कारण जिला स्कूल में लगभग सैकड़ों लेडिज साइकिलें जंग खा रही है़ न तो इसे बालिकाओं के बीच वितरित किया जा रहा है और न ही शिक्षा विभाग के अधिकारी से लेकर जिला स्कूल के प्राचार्य तक यह बताने में सक्षम हो रहे कि यह साइकिल किसके लिए है और इसका क्या होगा.
राज्य के सीएम नीतीश कुमार ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2008 में बालिका साइकिल योजना प्रारंभ की थी व शिविर लगाकर छात्राओं को साइकिल दी जाती थी. उस समय बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से ही थोक भाव में साइकिल की खरीद की जाती थी और विद्यालयों को आवंटित किया जाता था.
उसी दौरान बड़ी संख्या में साइकिल की खरीद कर उसे जिला स्कूल के कक्ष में रखा गया था. जहां से विद्यालयों को साइकिल आवंटित की जाती थी. उसी समय से जिला स्कूल के कक्ष में सैकड़ों साइकिल यूं ही पड़ा है. जिसका वितरण नहीं हो पाया. बाद में इस योजना का स्वरूप बदल गया और सरकार साइकिल के बदले छात्राओं को नगद राशि उपलब्ध कराने लगी. लेकिन थोक भाव में सरकारी राशि से खरीदी गयी सैकड़ों साइकिल यूं पड़ा रह गया.
हो रही है चोरी
जिला स्कूल के कक्ष में थोक में रखे साइकिल की लगातार चोरी हो रही है. क्योंकि इसे देखने वाला कोई नहीं है. एक तो कक्ष का गेट इस प्रकार लगा है जो आराम से कोई भी अंदर-बाहर साइकिल लेकर निकल सकता है. स्थिति यह है कि इसका कस्टोडियन कौन है इसे कोई अधिकारी बताने को तैयार नहीं हो रहे.
यहां तक कि जिला स्कूल के वर्तमान में प्रभारी प्राचार्य मो. इस्माइल ने बताया कि यह साइकिल कब से और कितनी संख्या में है इसकी कोई जानकारी उन्हें नहीं है. वे इस संदर्भ में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र भेज कर जानकारी देंगे.
…जिला स्कूल में थोक में रखे साइकिल के संदर्भ में हमें कोई जानकारी नहीं है. वे बिहार शिक्षा परियोजना के फाइल को देख कर यह पता लगायेंगे कि यह साइकिल कब खरीद हुई थी और कब से रखा हुआ है.
केके शर्मा, डीइओ
…यह गंभीर मामला है, इसकी जांच की जायेगी व इसके लिए दोषी शिक्षाकर्मी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
उदय कुमार सिंह, डीएम, मुंगेर
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