मुंगेर : हिंदी गजल के सशक्त हस्ताक्षर छंदराज गुरुवार को पंचतत्व में मिल गये. उत्तरवाहिनी गंगा तट लाल दरवाजा श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया. जहां उनके बड़े पुत्र रवींद्र नाथ पाठक ने मुखाग्नि दी. इस मौके पर बड़ी संख्या में शहर के साहित्यकार, गजलकार एवं प्रबुद्धजन मौजूद थे.
विदित हो कि बुधवार को उनका निधन हो गया था. शिक्षा जगत से सेवानिवृत्त राधाकृष्ण पाठक उर्फ छंदराज के निधन से मुंगेर का साहित्य जगत शोकाकुल है. गुरुवार की सुबह उनके आवास से शव यात्रा निकली. जिसमें बड़ी संख्या में साहित्यकार फैयाज रश्क, रामबहादुर चौधरी चंदन, विजेता मुदगलपुरी, विजय गुप्ता, अंजनी सुमन, शिवनंदन सलिल सहित चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजेश जैन व शहर के प्रबुद्धजन शामिल थे. आगामी 19 जनवरी को उनको श्रद्धांजलि देने के लिए साहित्यकारों ने काव्यांजलि का आयोजन किया है.