मुंगेर: साहेबगंज-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस में हुए नक्सली हमले के बाद पुलिस क्षेत्र में नक्सलियों के विरुद्ध कांबिंग ऑपरेशन चला रही है. किंतु अबतक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. दूसरी ओर रेल एवं जिला पुलिस ने अपने सभी थानों व पुलिस पोस्ट को हाई एलर्ट कर दिया है.
नक्सली हमले में तीन जवानों की हत्या कर पांच सरकारी हथियार लूटने के बाद रेल व जिला पुलिस नक्सलियों के विरुद्ध जंगल व पहाड़ के क्षेत्रों में माओवादियों की तलाश कर रही है और विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की जा रही. लेकिन अबतक कोई खास उपलब्धि हाथ नहीं लगी है. इधर जिस स्थल पर शनिवार की शाम माओवादियों ने हमला कर जवानों की हत्या की और हथियार लूटे उस क्षेत्र से सटे पहाड़ पर भी पुलिस जांच कर रही है. ताकि उसे कोई सुराग हाथ लग सके. विदित हो कि बरियाकोल सुरंग का पहाड़ काली पहाड़ी होते हुए एक ओर भीमबांध तो दूसरी ओर ऋषिकुंड से सटा है. इस क्षेत्र में जहां 2008 में माओवादियों ने ऋषिकुंड में हमला कर चार सैप के जवानों की हत्या कर दी थी और सरकारी हथियार लूट लिये थे वहीं वर्ष 2009 में पाटम चौक पर हमला कर तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिये थे. इन दोनों घटनाओं का स्थल बरियाकोल से महज तीन किलोमीटर की परिधि में है और इस क्षेत्र में लगातार नक्सली गतिविधि बढ़ती जा रही है. यदि यही हाल रहा तो जमालपुर में स्थित रेल, बीएमपी, थाना एवं आरपीएफ के हथियार भी नक्सलियों का टारगेट बन सकता है.