मुंगेर : सदर अस्पताल में प्रसव के लिए 24 घंटे की सुविधा देने के बावजूद भी गर्भवती महिलाओं को बेहतर सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. यहां सामान्य प्रसव के अलावे सिजेरियन प्रसव की भी व्यवस्था है. किंतु सिजेरियन का मामला देखते ही मरीजों को रेफर कर दिया जाता है. जबकि सिजेरियन प्रसव कराने वाले चिकित्सक की कमी नहीं है. हाल यह है कि चालू वित्तीय वर्ष में कुल प्रसव का एक प्रतिशत भी सिजेरियन प्रसव नहीं हो पाया है.
8 महीने में मात्र 28 सिजेरियन. चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 में सदर अस्पताल में अप्रैल से नवंबर तक कुल 3858 प्रसव हुए हैं. इसमें मात्र 28 महिलाओं का ही सिजेरियन प्रसव कराया गया है जो कुल प्रसव का 0.72 प्रतिशत है. अस्पताल के चिकित्सकों व पदाधिकारियों की उदासीनता को इस आंकड़े से बखूबी समझा जा सकता है. आठ महीने में अबतक एक प्रतिशत भी सिजेरियन प्रसव नहीं हो पाया है. जबकि निजी क्लिनिकों में प्रति माह सैकड़ों सिजेरियन प्रसव हो रहे हैं.