अनुपस्थित चिकित्सक व सोयी नर्स के संबंध में जब डीएस डॉ राकेश कुमार सिन्हा से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि अभी महिला चिकित्सक की कमी चल रही है. फिर भी चिकित्सक को ऑन काल ड्यूटी पर रखा गया है. उन्होंने बताया कि ड्यूटी रोस्टर देखने के बाद ही बता पायेंगे कि ड्यूटी में कौन नर्स प्रसव केंद्र में तैनात है. यदि नर्स सोयी हुई रहेगी तो इलाज करवाने वाले मरीज उन्हें खुद जाकर जगाएंगे.
मालूम हो कि 30 मार्च को भी प्रभात खबर में ड्यूटी के दौरान दो नर्स दिन में ही सोयी पायी गयी थी. लगातार नर्स व चिकित्सक के इस रवैये को अस्पताल प्रबंधन द्वारा नजरअंदाज कर देना अब कुछ और ही संकेत दे रही है. ऐसा प्रतीत होता है कि सदर अस्पताल की कुव्यवस्थाओं में सुधार लाना अब शायद अस्पताल प्रबंधन के बूते की बात नहीं रह गयी है.