जिससे लोको की क्षमता को आंका जा सकेगा. वैसे 120 से 150 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाले अत्याधुनिक लोको का डिजाइनिंग काफी आकर्षक बनाया गया है. जिसे देखने से प्रतीत होता है कि यह चायना, जापान एवं ब्रिटेन मॉडल का लोको हो.
यही वजह है कि लोको देखने के लिए मॉडल स्टेशन सहित जहां-तहां ट्रेन का ठहराव हुआ, वहां रेल यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी. डीआरएम राजेश अरगल ने इस शक्तिशाली लोको के बारे में बताया कि यह काफी हाई स्पीड लोको है जो भारतीय रेल का सबसे नया मॉडल माना गया है. वैसे लोको की स्पीड बरकरार रहे. इसके लिए रेल पटरी लोको का भी मरम्मत किया जाना है.