जांच को पहुंची स्वच्छ भारत मिशन के स्टेट प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग यूनिट की टीम
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31 मार्च तक शहर हो ओडीएफ अन्यथा नहीं मिलेगा फंड
जांच को पहुंची स्वच्छ भारत मिशन के स्टेट प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग यूनिट की टीम मुंगेर : स्वच्छ भारत मिशन के स्टेट प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग यूनिट की टीम ने कहा है कि 31 मार्च 2018 तक मुंगेर शहर को पूर्ण रूप से खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) करें. अन्यथा शौचालय निर्माण की राशि निगम को नहीं मिल पायेगी. […]
मुंगेर : स्वच्छ भारत मिशन के स्टेट प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग यूनिट की टीम ने कहा है कि 31 मार्च 2018 तक मुंगेर शहर को पूर्ण रूप से खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) करें. अन्यथा शौचालय निर्माण की राशि निगम को नहीं मिल पायेगी. म्युनिसिपल सॉलिड बेस्ट रूल्स 2016 के तहत क्रियान्वित होने वाले कार्यों को लेकर एसबीपीएमयू (स्वच्छ भारत मिशन अरबन) स्टेट प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग टीम बुधवार को मुंगेर नगर निगम पहुंची और निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस टीम में टीम लीडर अनिल कुमार गुप्ता एवं सव्यसाची साहु शामिल हैं.
31 मार्च तक शहर हो ओडीएफ : स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर में बनाये जा रहे शौचालय के लक्ष्य को पूर्ण करते हुए 31 मार्च तक हर हाल में ओडीएफ करने की बात कही गयी.
इसके लिए प्रत्येक 500-500 मीटर में यूरिनल एवं प्रत्येक किलोमीटर पर सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जाना है. ताकि लोग खुले में शौच नहीं करें. जिस पर नगर आयुक्त ने बताया कि 7300 शौचालय का मुंगेर शहरी क्षेत्र में निर्माण किया जाना है. जिसमें 5600 लाभुकों को प्रथम किस्त की राशि दी गयी है और लगभग 4000 लाभुकों को द्वितीय किस्त की राशि दी गयी है. टीम ने कहा कि यदि मार्च 2018 तक लक्ष्य पूरा नहीं होता है तो वैसी परिस्थिति में फंड मिलना मुश्किल हो जायेगा.
डंप कचरे को देख टीम लीडर ने जतायी नाराजगी
टीम लीडर अनिल कुमार गुप्ता एवं सव्यसाची साहु ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में डंप किये जा रहे कचरे पर नाराजगी व्यक्त की और नगर आयुक्त से कहा कि कचरा को डंप करने के लिए निर्धारित जगह सुनिश्चित करें. यत्र-तत्र शहर में कूड़े का ढेर लगाना सही नहीं है. ताकि उसके वेस्टेज को उपयोग के लायक बनाया जाये. उन्होंने डीजे कॉलेज एवं मुंगेर-सूर्यगढ़ा पथ में करबल्ला के समीप डंप कचरे को देख आपत्ति जतायी और उसे अविलंब हटाने की बात कही. जिस पर नगर आयुक्त ने कहा कि निगम क्षेत्र में 11.5 एकड़ में डंपिंग यार्ड है उसके बाउंड्री वाल की प्रक्रिया की जा रही है. ताकि शहर से उठने वाले कचरे को एक जगह डंप किया जा सके. टीम लीडर ने कहा कि निगम का जहां भी डंपिंग यार्ड है वहां नगर निगम का एक बड़ा बोर्ड लगाया जाये. ताकि लोगों को लगे कि यह नगर निगम का यार्ड है. यदि आइटीसी, यार्ड में बायो कंपोस्ट के लिए सहयोग करती है तो बोर्ड में सपोर्टिंग के तौर पर उसका भी नाम अंकित किया जाये.
डोर टू डोर कचरा का हो बेहतर प्रबंध
अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि निगम द्वारा जो डोर टू डोर कचरा संग्रह किया जा रहा है उसे बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया जाये. उन्होंने आइटीसी द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि उससे आपसी सामंजस्य स्थापित करें और शहर को स्वच्छता के मामले में और बेहतर बनायें. उन्होंने कहा कि आइटीसी द्वारा दो-चार स्थानों पर बायो कंपोस्ट लगाया गया है उसे शहर के ऐसे स्थानों पर लगाया जाये जहां कूड़ा डंप होता है. लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को खुले में कचरा फेंकने के प्रति मना किया जाये. ताकि खुले रूप से कहीं भी कचरा नहीं फेंका जाये. उन्होंने कहा कि आइटीसी से आपसी सामंजस्य स्थापित कर उसे 45 वार्डों में डोर टू डोर कचरा संग्रह करने का दायित्व सौंपें. उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रत्येक घरों को दो तरह के डस्टबीन रखने होंगे. ब्लू रंग के डस्टबीन में सूखा एवं ग्रीन में गीला कचरा रखें और उसे निगम के कर्मियों या आइटीसी द्वारा कलेक्शन वाले कर्मियों को दें.
50 माइक्रॉन के पॉलीथिन की बिक्री पर करें कार्रवाई
खासकर पॉलीथिन पर विशेष जोर दिया गया और कहा गया कि 50 माइक्रॉन से कम पॉलीथिन के होलसेलर की दुकानों में छापेमारी करें और कार्रवाई करें. जिस पर सिटी मैनेजर एहतेशाम हुसैन ने कहा कि इसके लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है. कार्रवाई की जायेगी. टीम लीडर ने लोगों से अपील की कि पॉलीथिन का उपयोग लोग नहीं के बराबर करें. क्योंकि कचरे का मुख्य कारण पॉलीथिन ही है. जूट के थैले व कागज के बने पैकेट का इस्तेमाल करने के प्रति लोगों को जागरूक किया जाये.
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