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दियारा क्षेत्र में अनाज नहीं होती है हथियारों की खेती

विफलता. गन फैक्टरी का होता है खुलासा,भाग जाते हैं अपराधी अवैध हथियार निर्माण एवं तस्करी के लिए मुंगेर पूरे देश में प्रसिद्ध है. यहां दियारा क्षेत्र की धरती भी हथियार उगलती है. फसल की जगह हथियारों की खेती होती है. जो हथियार कारोबार को बढ़ावा दे रही है. कम लागत में अधिक मुनाफा के कारण […]

विफलता. गन फैक्टरी का होता है खुलासा,भाग जाते हैं अपराधी

अवैध हथियार निर्माण एवं तस्करी के लिए मुंगेर पूरे देश में प्रसिद्ध है. यहां दियारा क्षेत्र की धरती भी हथियार उगलती है. फसल की जगह हथियारों की खेती होती है. जो हथियार कारोबार को बढ़ावा दे रही है. कम लागत में अधिक मुनाफा के कारण किसान से लेकर मजदूर तबके के लोग भी इस धंधे से जुड़ते चले जा रहे है. इस कारण आज मुंगेर के दियारा क्षेत्र में हथियारों की फसल लहलहा रही है.
मुंगेर : मुफस्सिल एवं बरियारपुर थाना क्षेत्र के एक बड़ा भू-भाग दियारा क्षेत्र अंतर्गत है. जहां पुलिस की धमक नहीं है. जब पुलिस द्वारा रोड मार्ग वाले गांव, कस्बा व मुहल्ले में छापेमारी कर हथियार निर्माण व तस्करी पर रोक लगाने का प्रयास किया गया तो हथियार करोबारियों में हड़कंप मच गया. इसके बाद हथियार माफियाअों ने हथियार निर्माण के लिए दियारा क्षेत्र का चयन किया और आज बड़े पैमाने पर अवैध हथियार का निर्माण होता है. दियारा क्षेत्र में इस प्रकार हथियार का निर्माण किया जाता है जैसे यहां कुटीर उद्योग चल रहा हो.
सेफ जोन बना दियारा : अवैध हथियार निर्माण करने वाले नाव से सुबह सबेरे गंगा पार कर जाते हैं. उसके बाद कास के जंगल, फसल के बीचों-बीच अथवा बालू पर मचान देकर मिनी गन फैक्टरी का संचालन करते हैं. दियारा क्षेत्र कई मायनों में हथियार निर्माण के लिए उचित स्थल है. यहां खुलेआम हथियार का निर्माण करते हैं. कोई रोक-टोक नहीं होता. साथ ही पुलिस के आने से पहले ही हथियार कारीगरों को पता चल जाता है. तब हथियार निर्माता एवं कारोबारी किसान बन जाते हैं या भाग जाते हैं.
पुलिस जब भी छापेमारी करने दियारा क्षेत्र जाती है तो एक दो नहीं बल्कि आधा-आधा दर्जन मिनी गन फैक्टरी का उद‍्भेदन होता है. लेकिन गिरफ्तारी मात्र कुछ ही संभव हो पाती है. क्योंकि अधिकांश तो पुलिस के आने से पहले ही नौ-दो-ग्यारह हो लेते हैं. हाल के दिनों में जब मुफस्सिल थाना पुलिस ने मिर्जापुर बरदह दियारा में छापेमारी की तो आठ मिनी गन फैक्टरी का उद‍्भेदन किया था. जबकि एक नि:शक्त की गिरफ्तारी तो हुई. लेकिन दर्जनों हथियार निर्मात व कारोबारी फरार हो गये. इन्हीं सब कारणों से दियारा क्षेत्र हथियार निर्माण के लिए सेफ जोन बन गया है.
कहते हैं एसपी
पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि पुलिस द्वारा लगातार दियारा क्षेत्र में हथियार निर्माण के खिलाफ छापेमारी की जाती है. उपलब्धि भी हाथ लगी है. तीन दिन पूर्व भी मिर्जापुर बरदह दियारा में छापेमारी अभियान चला कर 8 मिनीगन फैक्टरी का उद‍्भेदन किया और एक युवक को भी गिरफ्तार किया गया. दियारा इलाका होने का हथियार माफिया फायदा भी उठाते हैं. जिस पर पुलिस की नजर है.
इस साल मिनी गन फैक्टरी का खुलासा
2 अप्रैल 2017 : मुफस्सिल थाना पुलिस एवं एसटीएफ ने भेलवा दियारा में छापेमारी कर एक मिनी गन फैक्टरी का उद‍्भेदन किया था. जहां से एक नाइन एमएम पिस्टल, कई अर्धनिर्मित पिस्टल एवं हथियार बनाने के उपकरण बरामद किये गये थे. पुलिस ने मौके पर से कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मोकबीरा करबल्ला के जयनंदन महतो एवं हेरुदियारा के नीतेश यादव को भी गिरफ्तार किया था.
4 अप्रैल 2017 : मुंगेर पुलिस ने सफियासराय ओपी क्षेत्र के पड़हम दियारा में मकई के खेत में छापेमारी कर दो मिनी गन फैक्ट्री का उद‍्भेदन किया था. पुलिस ने छापेमारी स्थल से दो अर्धनिर्मित पिस्टल, छह बैरल, मैगजीन, ड्रिल मशीन सहित हथियार निर्माण में प्रयुक्त होने वाले दर्जनों उपकरण बरामद किये. जबकि छापेमारी दल को देखते ही हथियार निर्माण में लगे अपराधी फरार हो गये.
15 अप्रैल 2017 : मुफस्सिल पुलिस ने शिवकुंड दियारा में छापेमारी कर चार मिनी गन फैक्ट्री का उद‍्भेदन किया था. पुलिस छापेमारी के दौरान पांच निर्मित मैगजीन व चार बेस मशीन, ड्रिल मशीन सहित अवैध हथियार निर्माण में प्रयुक्त होने वाले दर्जनों उपकरण बरामद किया था. लेकिन एक भी कारीगर की गिरफ्तारी संभव नहीं हो पायी थी.
16 जून 2017 : मुफस्सिल थाना पुलिस ने भेलवा दियारा में छापेमारी कर चार मिनी गन फैक्ट्री का उद‍्भेदन किया था. पुलिस ने छापेमारी स्थल से 08 अर्धनिर्मित पिस्टल, 06 बैरल व 06 मैगजीन के साथ हथियार निर्माण में प्रयुक्त होने वाले पार्ट पुर्जे व उपकरणों की भी बरामदगी की थी.
19 नवंबर 2017 : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर दियारा क्षेत्र में रविवार की देर शाम तक पुलिस ने अवैध हथियार निर्माण को लेकर सर्च ऑपरेशन चलाया था. जिसमें आठ मिनीगन फैक्टरी का उद‍्भेदन किया और एक नि:शक्त हथियार निर्माता मो. तनवीर को भी गिरफ्तार किया था. मौके पर से 2 निर्मित पिस्टल, 3 अर्धनिर्मित पिस्टल, 8 मैगजीन, 8 बेस मशीन सहित भारी मात्रा में पिस्टल पार्ट्स व उपकरण बरामद किये गये थे.

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