हत्या के बाद थोड़ी सक्रियता दिखा सुस्त हो जाती है पुलिस
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व्यवसायी व महिला के हत्यारों की गिरफ्तारी में पुलिस नहीं ले रही दिलचस्पी
हत्या के बाद थोड़ी सक्रियता दिखा सुस्त हो जाती है पुलिस अपराधी न पकड़े जाने से खौफ में रहते हैं पीड़ित परिजन मुंगेर : शहर में व्यवसायी विकास बंसल व असरगंज में हुई मुंगेर की महिला की हत्या के मामले में शामिल हत्यारों की पुलिस अब तक गिरफ्तारी नहीं कर पायी है. जबकि हत्यारों की […]
अपराधी न पकड़े जाने से खौफ में रहते हैं पीड़ित परिजन
मुंगेर : शहर में व्यवसायी विकास बंसल व असरगंज में हुई मुंगेर की महिला की हत्या के मामले में शामिल हत्यारों की पुलिस अब तक गिरफ्तारी नहीं कर पायी है. जबकि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का गठन किया गया है. व्यवसायी हत्याकांड में तो कुछ अपराधियों की गिरफ्तारी हुई. लेकिन महिला हत्याकांड के आरोपित की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा पुलिस जरूर कर रही है. लेकिन अबतक यह खुलासा करने में पुलिस नाकाम रही है कि हत्या का प्रमुख वजह क्या था. हत्या का राज तभी खुलेगा जब मुख्य हत्यारे को पुलिस गिरफ्तार करेगी. हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने से सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी में सुस्ती क्यों बरत रही है.
मुख्य हत्यारोपित की नहीं हो सकी गिरफ्तारी: 31 अगस्त 2017 को मोटरसाइकिल सवार दो नकाबपोश अपराधियों ने शहर के बेकापुर शिवाजी चौक के समीप दिनदहाड़े पान मसाला व्यवसायी विकास बंसल की गोली मार कर हत्या कर दी थी. हत्या करने के बाद अपराधी आराम से बीच शहर से भाग निकले. इसे लेकर पुलिस की खूब फजीहत हुई थी. 29 सितंबर 2017 एक महिला की गोली मार कर हत्या कर शव को असरगंज मकवा-नवटोलिया मुख्य पथ के आशा जोरारी कब्रिस्तान के पास फेंक दिया. उसकी पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के टीकारामपुर बिहारी मरर टोला निवासी सुबोध यादव की 35 वर्षीय पत्नी नूतन देवी के रूप में हुई थी. लेकिन अब तक हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है.
कब गिरफ्त में आयेगा नूतन का हत्यारा : 29 सितंबर 2017 को एक महिला की गोली मार कर हत्या कर शव को मकवा-नवटोलिया मुख्य पथ के आशाजोरारी कब्रिस्तान के पास फेंक दिया. उसकी पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के टीकारामपुर बिहारी मररटोला निवासी सुबोध यादव की पत्नी 35 वर्षीय नूतन देवी के रूप में हुई. मृतका की आठ वर्षीय पुत्री सोनम ने पुलिस को बताया कि उसकी मां की हत्या चाचा प्रवेश यादव ने की है. बच्ची ने तो हत्यारा का पहचान कर मामला को उजागर कर दिया. लेकिन पुलिस अब तक प्रवेश को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. जिसके कारण यह पता नहीं चल पा रहा है कि नूतन जब पति को छोड़ कर प्रवेश के साथ प्रेम प्रसंग के कारण रह रही थी. तो प्रेमी ने मुंगेर से असरगंज ले जाकर क्यों हत्या की. जो बड़ा सवाल है. जिसका पुलिस अब तक उद्भेदन नहीं कर पायी है.
कहते हैं पुलिस अधीक्षक : पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि एसआइटी द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है. व्यवसायी हत्याकांड में गौतम व अन्य को गिरफ्तार किया गया. महिला हत्याकांड में शामिल प्रवेश की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
विकास बंसल हत्याकांड : सुस्त हो गयी पुलिस, चुप हो गया चैंबर
व्यवसायी हत्याकांड के बाद मुंगेर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने खूब हाय-तौबा मचायी. बाजार को बंद कर जहां पुलिस के कार्यशैली का विरोध किया. पुलिस पदाधिकारियों से मिलकर विधि व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की गयी. हत्या के तीसरे दिन पुलिस ने मृतक व्यवसायी के यहां पूर्व में काम करने वाले कासिम बाजार थाना क्षेत्र के बिंदवारा गांव निवासी गौतम सिंह को गिरफ्तार किया. उसके बाद पुलिस अधीक्षक ने दावा किया कि गौतम ने ही हत्या में मुख्य लाइनर की भूमिका निभायी थी. एसपी ने इस हत्याकांड को कुख्यात अपराधी धरहरा थाना क्षेत्र के भलार गांव निवासी सूरज सिंह, कासिम बाजार थाना क्षेत्र के बिंदवारा गांव निवासी मुन्ना कुमार, बंटी सिंह एवं संदलपुर निवासी राणा यादव ने मिल कर अंजाम दिया. हत्याकांड के खुलासे में एसपी ने सिर्फ इतना बताया था कि गौतम सिंह पुन: व्यवसायी के घर अपनी मजबूत स्थिति बनाने के लिए अपराधियों से मिल गया था. जबकि अपराधी रंगदारी के लिए व्यवसायी को डराने के लिए गोली चलाया था. जिसमें गोली व्यवसायी को लगी और उसकी मौत हो गयी. गौतम की गिरफ्तारी के बाद अब तक पुन: दूसरे किसी अपराधी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी है. पुलिस जहां सुस्त हो गयी है. वहीं चैंबर भी चुप बैठ गयी है. जबकि मुख्य हत्यारोपित की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पायी है.
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