आदिवासियों में घटते जनाधार को मजबूत करने के लिए नक्सली ने की युवक की हत्या
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मुखबिरी के आरोप में बेगुनाहों को मार रहे नक्सली
आदिवासियों में घटते जनाधार को मजबूत करने के लिए नक्सली ने की युवक की हत्या मुंगेर : जंगलों और पहाड़ों में रह रहे आदिवासियों और दबे कुचलों को न्याय दिलाने के नाम पर नक्सली संगठन खूब फले-फूले. लेकिन सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में योजना चला कर युवाओं को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के […]
मुंगेर : जंगलों और पहाड़ों में रह रहे आदिवासियों और दबे कुचलों को न्याय दिलाने के नाम पर नक्सली संगठन खूब फले-फूले. लेकिन सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में योजना चला कर युवाओं को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के प्रयास के कारण मुंगेर में नक्सली संगठन कमजोर हो गया. अब क्षेत्र में दहशत फैलाने के लिए कथित माओवादी आदिवासियों की हत्या से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. सोमवार की रात धरहरा प्रखंड के लड़ैयाटांड ओपी क्षेत्र के पैसरा निवासी 21 वर्षीय युवक दिनेश कोड़ा की हत्या कर आदिवासियों में दहशत पैदा करने का प्रयास किया है.
अपने घटते जनाधार को समय-समय पर मजबूत करने के लिए नक्सली बड़ी घटना को अंजाम देता रहा है. साथ ही नक्सली संगठन से अलग होने वाले लोगों की हत्या कर आरोप पुलिस मुखबिरी का लगा देते हैं. अब तक न जाने कितने बेगुनाहों ने नक्सलियों के पुलिस मुखबिरी के आरोप में अपनी जान गंवायी है. नक्सलियों ने एक-दो नहीं बल्कि पुलिस मुखबिरी के आरोप में कई लोगों की हत्या की है. वर्ष 2011 में जहां धरहरा के करैली गांव में नरसंहार की घटना को अंजाम देकर छह लोगों को मार दिया था.
वहीं वर्ष 2012 में हवेली खड़गपुर में पांच लोगों को पुलिस मुखबिर बता कर हत्या कर दी थी. इसके अतिरिक्त इक्के दुक्के लोगों को समय-समय पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर नक्सली हत्या करते रहा है. ताकि आदिवासियों में दहशत बना रहे और वह नक्सलियों को सपोर्ट करते रहे.
पुलिस मुखबिरी में जाती रही हैं जानें
12 अप्रैल 2007 : खड़गपुर में घर से खींच कर एक पुलिस मुखबिर की हत्या नक्सलियों ने कर दिया था.
30 मई 2007 : धरहरा में जदयू नेता सहित दो की गला रेत कर हत्या.
26 मार्च 2008 : धरहरा में नक्सलियों ने किसान की गला रेत कर की हत्या.
7 जून 2009 : धरहरा में नक्सलियों ने सियाराम यादव की हत्या कर घर में आग लगा दिया था.
26 अगस्त 2009 : खड़गपुर के शिवपुर लोगांय में मुखिया पुन्न वरुण पासवान की गला रेत कर हत्या.
16 नवंबर 2009 : खड़गपुर के ब़डकी हथिया में चौकीदार छब्बू तुरी की गला रेत कर हत्या.
1 मार्च 2010 : माओवादियों ने खड़गपुर के गंगटा में चौकीदार सहित दो लोगों की गला रेत कर हत्या कर दी.
30 मई 2010 : नक्सलियों ने हवेली खड़गपुर के प्रसंडो गांव निवासी विकास दास की गला रेत कर हत्या कर दी थी.
17 अक्तूबर 2010 : खड़गपुर के धपड़ी मोड़ में नक्सलियों ने की थी रूपेश खिरहरी की हत्या
5 जून 2012 : नक्सलियों ने हवेली खड़गपुर के खंडबिहारी गांव निवासी प्रमोद पासवान, मोहनपुर गांव निवासी संजय पासवान, सौरभ दास, बजरंगी पासवान और वनवर्षा गांव निवासी मदन दास का अपहरण कर हत्या कर दी थी.
10 दिसंबर 2012 : नक्सलियों ने हवेली खड़गपुर के तिलवरिया गांव निवासी मो नौशाद की हत्या गला रेत कर की थी.
9 मार्च 2013 : धरहरा प्रखंड के महगांवा गांव निवासी जलधर मांझी को बंगलवा जंगल हत्या कर शव को पेड़ से टांग दिया.
24 जुलाई 2017 : दिनेश कोड़ा की हत्या नक्सलियों ने पत्थर से कूच कर व गोली मार कर कर दी
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