मधुबनीः ठंड व जारी शीत लहर के कारण जिले में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. धूप नहीं निकलने के कारण सड़कों पर वीरानगी छाई है. सरकारी व निजी कार्यालयों में अधिकारी व कर्मचारी निर्धारित समय से विलंब से पहुंचने लगे हैं. सरकारी व निजी स्कूलों और कॉलेजों में भी छात्र छात्राओं की उपस्थिति प्रभावित हुई है.
पोशाक राशि वितरण जहां जहां हो रहा है वहां ठंड के बावजूद छात्र छात्राओं व अभिभावकों की भीड़ लगी रहती है. दुकानदारों पर भी आफत आ गई है. ग्राहकों की संख्या बाजार में घट गई है. सदर अस्पताल के आउट डोर में भी मरीजों की संख्या घटने लगी है. मरीजों ने जिला पदाधिकारी से मांग की है कि आउट डोर के समय में परिवर्तन किया जाय. आउट डोर का समय सुबह आठ बजे से दिन के दो बजे तक किया जाय. क्योंकि शाम में मरीजों का सदर अस्पताल जाना कठिन हो गया है. कई दूर दराज के मरीजों ने बताया कि उन् हें अनावश्यक शाम का इंतजार करना पड़ता है.
शीतलहर जारी रहने के कारण लोगों में अभी नया साल मनाने का जोश व उत्साह नहीं आ सका है. ठंड के कारण सरकारी बस स्टैंड पर शेड नहीं रहने के कारण यात्री परेशान हैं. रेलवे स्टेशन निजी बस अड्डा पर भी यात्रियों को ठंड का कहर ङोलना पड़ रहा है. मवेशियों की दशा भी काफी दयनीय हो गई है.
डीएम ने दिये अलाव जलाने के निर्देश
जिला पदाधिकारी लोकेश कुमार सिंह ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मुमुक्षु चौधरी एवं रहिका प्रखंड के अंचलाधिकारी महेश्वर प्रसाद को अलाव जलाने का निर्देश देते हुए कहा कि हर चौक चौराहे पर अलाव जलाने की व्यवस्था करें.
अलाव जलाने के लिए जिले में 50 हजार की राशि आई है. जिले 20 प्रखंडों को दो हजार की राशि अलाव जलाने के लिए मिला है. वहीं रहिका प्रखंड में नगर परिषद क्षेत्र रहने के कारण इसे 10 हजार की राशि दी गई है. डीएम ने कहा कि अधिक फंड के लिए सरकार को लिखा जायेगा.
राजनगर प्रतिनिधि के अनुसार,बाजार एवं प्रखंड कार्यालयों पर लोगों की आना जाना कम होने लगी है. लेकिन राजनगर प्रखंड को सिर्फ अलाव के लिए मात्र दो हजार की राशि से संतुष्ट होना पड़ा. मधेपुर प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड में शीत लहर का कहर जारी है. कड़ाके की ठंड से जहां आम लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है. वहीं ठंड के कहर से बचने के लिए लोग अपने घरों में दुबकने को विवश हैं. किसी भी चौक चौराहों पर अभी तक सरकारी अलाव की व्यवस्था नहीं होने से लोगों में आक्रोश गहराने लगा है. बाजार सहित प्राय: सभी सरकारी कार्यालयों में दिन भर उदासी छायी रहती है.
फुलपरास प्रतिनिधि के अनुसार, लोग दिन भर अपने अपने घरों में दुबके रहे. सभी अपने अपने घरों में अलाव जला कर बैठे देखे गया. वहीं कुहासे के कारण सड़क पर यातायात धीमी हो गयी. सभी बड़े ट्रक के चालक अपना अपना गाड़ी लगा कर कुहासे हटने का इंतजार करते देखे गये. स्थानीय बाजार सहित अन्य बाजारों में भी सरकारी अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी.
जयनगर प्रतिनिधि के अनुसार, क्षेत्र में पड़ रही असहनीय ठंड से खासकर असहाय एवं गरीब लोगों को जीना दुर्लभ हो गया है. समाज सेवी लक्ष्मी पूर्वे ने कड़ाके की ठंड को देखते हुए शनिवार को नगर पंचायत वार्ड नंबर 11 में स्थित अपने निवास स्थान पर ल गभग 200 नि:सहाय एवं गरीबों के बीच कंबल वितरण किया.
लौकहा प्रतिनिधि के अनुसार, लगातार बढ़ रही पछुवा के साथ कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. वहीं गरीब गुरबों का जीना मुहाल हो गया है. इस स्थिति में प्रशासनिक पहल को उपेक्षित रवैये को निंदा करते हुए माकपा नेता उमेश घोष ने कहा सार्वजनिक स्थल व चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था अनिवार्य है ताकि लोगों को कुछ राहत मिल सके. वहीं कंबल देने की मांग स्थानीय प्रशासन से की है.