राजनगर : सड़क, बिजली, सिंचाई की समस्या आज हर गांव हर पंचायत में है. चाहे वो सुदूर देहात का क्षेत्र हो या फिर प्रखंड से सटे बस्ती का.
सुदूर बस्ती में प्रतिनिधि के नहीं जाने पर लोगों को शायद हैरत न हो पर प्रखंड मुख्यालय या उससे सटे बस्ती में जाकर लोगों की समस्या सुनने की जहमत तक नहीं उठाने की बात से लोगाें को सहज ही विश्वास न हो,
लेकिन यह सौ फीसदी सच है कि प्रखंड मुख्यालय से सटे कई ऐसी बस्ती हैं जहां पांच साल पूर्व चुनाव के दौरान जो नेता गये वे आज तक इस बस्ती में दोबारा लोगों के बची नहीं पहुंचे.
सबसे दुखद पहलू यह कि कई ऐसे प्रखंड हैं जहां के मूल निवासी वहां के चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं. प्रभात पड़ताल में राजनगर प्रखंड मुख्यालय के सटे गावों की हकीकत से अवगत करा रहे हैं.