मधुबनीः मिथिला भवन में आयोजित महिला मजदूरों के राज्य स्तरीय सम्मेलन में महिला से हो रहे गैर बराबरी खत्म करने का संकल्प पारित किया गया. बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन राज्य कमेटी की अगुआई में आयोजित सम्मेलन की अध्यक्षता यूनियन के राज्य अध्यक्ष सारंगधर पासवान ने की.
इस दौरान बतौर मुख्य वक्ता तापसी प्रहराज ने कहा बिहार में खेतिहर मजदूर महिलाएं गैर बराबरी एवं भेदभाव का शिकार है. इन्हें समान काम के लिये समान मजदूरी नहीं मिलती है. खेतिहर मजदूरों की ज्यादा आबादी दलित समुदाय से हैं. इसलिए असामाजिक भेदभाव का भी शिकार है.
इन्हें यौन शोषण एवं बलात्कार का शिकार भी होना पड़ता है. राज्य सचिव भोला प्रसाद दिवाकर ने कहा कि वर्तमान बिहार की परिस्थिति में महिला की हालत खराब है. ऐसी परिस्थिति में बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन महिला मजदूरों की इस समस्याओं पर चुप नहीं बैठ सकता है.
72 प्रतिशत कुपोषित में सभी खेतिहर मजदूर कुपोषित है. 100 प्रतिशत खेतिहर मजदूर महिलाएं बच्चे कुपोषित एवं खून की कमी की शिकार है. इस सामंती प्रदेश में एकजुट होने की जरूरत है. कार्यक्रम में वीणा देवी, राज कुमार यादव, विवेक कुमार, देवेंद्र चौरसिया, रामलखन यादव, सुनील मिश्र एवं राजेश मिश्र, धनमंती देवी, भोगेंद्र यादव आदि ने भी संबोधित किया.