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मधुबनी में हथकड़ी के साथ आरोपित को खूंटे से बांधा

मधेपुर (मधुबनी) : इसे मधुबनी पुलिस की लाचारी कहें या मनमानी या फिर कुछ और? यहां के भेजा थाने में जो नजारा देखने को मिलता है. वो मानवीय दृष्टिकोण से किसी भी स्थिति में ठीक नहीं है. यहां किसी मामले में आरोपित को पकड़ने के बाद हथकड़ी के सहारे उसे खूंटे से बांध दिया जाता […]

मधेपुर (मधुबनी) : इसे मधुबनी पुलिस की लाचारी कहें या मनमानी या फिर कुछ और? यहां के भेजा थाने में जो नजारा देखने को मिलता है. वो मानवीय दृष्टिकोण से किसी भी स्थिति में ठीक नहीं है. यहां किसी मामले में आरोपित को पकड़ने के बाद हथकड़ी के सहारे उसे खूंटे से बांध दिया जाता है. इसकी वजह थाने का झोपड़ी में चलना है, जहां हाजत की व्यवस्था नहीं है.
जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह बसीपट्टी गांव निवासी हरिहर मंडल को थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया. इसके बाद उसे हथकड़ी पहनायी गयी और थाना परिसर में ही खूंटे से बांध साथ में एक पुलिसवाला खड़ा था. वहीं, हथकड़ी के सहारे बंधा हरिहर मंडल चौकी पर बैठा था. स्थानीय लोगों का कहना है, उन्हें ऐसा लगातार देखने को मिलता है. जब भी किसी को गिरफ्तार किया जाता है. ऐसे ही उसे बांध दिया जाता है.
मानवाधिकार का उल्लंघन
आरोपित को खूंटे से बांधने के मामला को कानून के विशेषज्ञ गंभीर मानते हैं. वरीय अधिवक्ता व पूर्व लोक अभियोजन कमल नारायण यादव ने बताया हैं कि अभियुक्त को गिरफ्तार कर हाजत या जेल भेज दिया जाता है, लेकिन अभियुक्त को खूंटा में बांधकर रखना मानवाधिकार का उल्लंघन है. गिरफ्तारी से संबंधित दंड प्रक्रिया संहिता के धारा 41 में इसका वर्णन किया गया है.
भवन के रास्ते पर विवाद
2009 में बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम ने 32 लाख की लागत से भेजा में ग्रेड-3 थाना भवन का निर्माण कराया. इसका उद्घाटन 17 सितंबर 2014 को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने रिमोट से पटना में किया था. थाना परिसर में जाने के रास्ते के लेकर विवाद है. इस वजह से अभी तक भेजा थाना अपने भवन में स्थानांतरित नहीं हो सका है.
विवाद को हल करने के लिए क्षेत्रीय विधायक गुलजार देवी व पूर्व विधायक देव नाथ यादव ने पहल की. भेजा गांव के उदयानंद सिंह एवं भाइयों ने बताया कि थाना की जमीन उन्हें बंदोबस्ती से मिली है. ठेकेदार ने जबरन उनकी जमीन में भवन बना दिया. यह मामला न्यायालय में लंबित है. वहीं, अंचलाधिकारी राजीव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि भेजा थाना को रास्ता उपलब्ध कराने के लिए अंचल अमीन की ओर से सीमांकन कराया गया है. जल्द ही थाने को रास्ता मिल जायेगा.
जगह नहीं है थाने में
भेजा थाना प्रभारी मनोज कुमार भारती ने बताया है कि थाना में हाजत की व्यवस्था नहीं है. झोपड़ी में थाना चल रहा है. ऐसे में आरोपित को रखने के लिए कोई माकूल जगह ही उपलब्ध नहीं है.

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