मधुबनी : मिथिलांचल की भूमि साहित्य एवं कला के लिए विश्व विख्यात है. यहां के कलाकार देश विदेश में अपने जिला का नाम रौशन कर रहे हैं. यहां की बेटी ने गायन के क्षेत्र में हाल ही में पूरे देश भर में अपने हुनर का परिचय दिया है तो स्टेशन पर अनूठी पेंटिंग कर देश व दुनिया को यहां के लोगाें ने अपनी सुंदर व सभ्य संस्कृति से भी अवगत करा दिया है.
जब इस जिला के मान सम्मान की बात आती है तो हर कोई एक साथ मिलकर खड़ा हो जाते हैं. यहां के हर धर्म के लोग एक दूसरे के साथ त्योहार का आनंद उठाते हैं तो दूसरों के गम को भी बांटते है.
यह धरती हर किसी के लिये नमन करने योग्य है. युवा उत्सव में भाग ले रहे कलाकारों का मैं स्वागत करता हूं. उक्त बातें कला संस्कृति एवं युवा विभाग के निर्देश पर प्रशासन द्वारा आयोजित युवा उत्सव के दूसरे दिन जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने नगर भवन में कही. डीएम ने कहा कि यहां से चयनित कलाकार राज्य स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करें. इसके लिए यहां से चयनित उम्मीदवार को यदि प्रशिक्षण की आवश्यकता होगी तो उन्हें प्रशिक्षित भी किया जायेगा.
स्वागत गान से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गान से हुआ. उच्च विद्यालय शंभुआर एवं अंबेदकर आवासीय बालिका उच्च विद्यालय मधुबनी की छात्राओं ने स्वागत गान से कार्यक्रम की शुरुआत की. कार्यक्रम में एक छोटे बच्चे प्रणव प्रभाकर ने सुनौ गौर से दुनिया वालों गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया. मौके पर अपर समाहर्ता दुर्गा नंद झा, उत्सव के नोडल पदाधिकारी सह वरीय उपसमाहर्ता अरविंद कुमार झा, वरीय उपसमाहर्ता पंकज गुप्ता, विनोद कुमार, डीटीओ सुजीत कुमार, उपनिर्वाचन पदाधिकारी विनोद कुमार, शिक्षा पदाधिकारी राजेंद्र कुमार मिश्र सहित कई वरीय पदाधिकारी एवं दर्शक मौजूद थे.
इन विधाओं में प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
युवा उत्सव में शुक्रवार को दूसरे दिन नगर भवन में शास्त्रीय गायन, तबला वादन, हारमोनियम वादन, शास्त्रिय नृत्य, एकांकी नाटक, वक्तता, लोक गीत एवं समूह नृत्य में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. तबला वादन में हेमंत कुमार, केशव कुमार देव, अर्जुन कुमार मिश्र, मयंक नायक, मुकेश कुमार सिंह, हारमोनियम बिरजू कुमार मिश्रा, रजनी रंजन, राम एकबाल राम, संतोष कुमार मांझी, अमन राज, शास्त्रीय गायन में सीता कुमारी, रजनी रंजन, लक्ष्मण कुमार, राजेश कुमार, आमोद कुमार मुखिया, राम पुकार सिंह, कुमारी संघ मित्रा, शास्त्रीय नृत्य में प्रिया कर्ण, साक्षी प्रिया, प्रेरणा कुमारी,
निपिषा कुमारी, सोनाली कुमारी कर्ण, मनु कुमारी, एकांकी नाटक में अर्जुन राय, ऐहतेशाम नजर, वक्तता में ज्योत्सना सांडिल्य, ऐहतेशाम नजर, समूह नृत्य प्रणव प्रभाकर ने हिस्सा लिया. लोकगीत एवं समूह गायन में 17 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इनमें पायल दत्ता, साक्षी, कल्पना कुमारी, ज्योत्सना शांडिल्य, प्रीती कुमारी, रूचि कुमारी, रजनी रंजन, राम एकबाल राम, चांदनी कुमारी, कविता कुमारी, डोली रानी, राजेश कुमार, अनन्या वत्स, रामानंद पासवान, बिरजू कुमार, सिघिता मिश्रा एवं गिरधारी कुमार ठाकुर ने अपनी प्रस्तुति दी.
निर्णायकों ने किया फैसला
युवा उत्सव के लिए चयनित निर्णायकों ने युवा उत्सव में शामिल प्रतिभागियों में अच्छे प्रदर्शन करने वाले कलाकारों काे प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थानों के लिए चयन किया. शास्त्रीय गायन एवं वादन में विशाल, प्रो. देवनाथ झा एवं रविशंकर, सुगम संगीत, लोक गाथा, लोक गीत, समूह लोक गीत के निर्णायक मंडल में मधु झा, आशा कुमारी एवं राम सेवक ठाकुर, शास्त्रीय नृत्य एवं समूह लोक नृत्य में जटाधर पासवान, आशा कुमारी एवं देवनाथ यादव, वक्तता में प्रो. नरेंद्र नारायण सिंह निराला, धर्म प्रकाश, डा. सच्चिदानंद, एकांकी नाटक में प्रो. दमन कुमार झा, प्रो. महेंद्र लाल कण, ऋषि वशिष्ठ ने निर्णायक की भूमिका निभाया. युवा उत्सव के मंच का संचालन डा. सच्चिदानंद एवं मिथिलेश कुमार झा ने किया.