मधेपुरा : स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के दावा हेतु विद्यालय में पेयजल, शौचालय, हाथ धोने की व्यवस्था, व्यवहार में बदलाव व क्षमता संवर्द्धन तथा स्कूल का रख रखाव व परिचालन महत्वपूर्ण हैं. स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छ व सुंदर दिखने वाले विद्यालय को भारत सरकार पुरस्कृत करेगा. मधेपुरा, सिंहेश्वर, शंकरपुर, गम्हरिया एवं कुमारखंड के सभी संकुल समन्वयक एवं संबंधित प्रखंड के वरीय साधन सेवी का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार को सर्व शिक्षा अभियान मधेपुरा कार्यालय में किया गया.
इस मौके पर डीपीओ शिवशंकर राय ने कहा कि सर्व शिक्षा अभियान जिला के सभी विद्यालयों को प्रशिक्षित कर आवेदन के लिए प्रोत्साहित करेगी. उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार कार्यक्रम में जिला के सभी प्राथमिक व मध्य विद्यालय शामिल हो सकते हैं जो इसके मानक का पूरा करता हो. इसके लिए उसे 31 जूलाई तक आनलाइन या मोबाइल एप के जरिये अपने विद्यालय का दावा पेश करना होगा.
आवेदन में विद्यालय के पांच मानक की जानकारी देना है. उन्होंने मिलने वाले स्कोर की जानकारी देते हुए कहा कि प्रश्न एक से आठ तक पानी के मामले में अधिकतम 22 अंक, शौचालय व्यवस्था के प्रश्न नौ से 13 के लिए 28 अंक, हाथ धोन के के प्रश्न 19 से 24 के लिए 20 अंक, रख रखाव एवं परिचालन के प्रश्न 25 से 31 के लिए 15 अंक तथा व्यवहार में बदलाव क्षमता संवर्धन के प्रश्न 32 से 39 के लिए 15 अंक प्राप्त होंगे. बैठक को संबोधित करते हुए सिंहेश्वर एवं शंकरपुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डा यदुवंश यादव ने कहा कि सभी विद्यालय इसके लिए प्रयास करें. ताकि यह पुरस्कार प्राप्त कर अपने विद्यालय अपने क्षेत्र को गौरव दिलाया जा सके. मौके पर प्रारंभिक औपचारिक शिक्षा के संभाग प्रभारी मनोज कुमार उपस्थित थे.