छातापुर : राज्य सरकार द्वारा सूबे में शराबबंदी रहने के कारण प्रखंड क्षेत्र के कई लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर देखा जा रहा है. शराब सेवन की लत से ग्रसित एक 28 वर्षीय युवक की स्थिति बीते एक अप्रैल से गंभीर बना है. जिस कारण उक्त युवक द्वारा असामान्य हरकत करने लगा है.
युवक अरुण कुमार राम की स्थिति काफी बिगड़ने के कारण उसके परिजनों ने गुरुवार को पीएचसी में भरती कराया. जहां चिकित्सकों ने युवक की असामान्य गतिविधि को देखते हुए सदर अस्पताल सुपौल स्थित रिहेवलिटेंशन सेन्टर रेफर कर दिया.
गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले पीड़ित महादलित युवक के परिजन इस बात से दुखी है कि पैसे के अभाव में वे सदर अस्पताल कैसे पहुंचे. उपचार कर रहे नव पदस्थापित चिकित्सक डाॅ श्रवण कुमार यादव ने बताया कि इस प्रकार के मरीजों के उपचार तथा अन्य व्यवस्था के लिए पीएचसी में किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गयी है. मरीज को अपनी व्यवस्था के तहत ही उपचार कराने को लेकर सदर अस्पताल तक जाना होगा. बताया कि ऐसे मरीजों के लिए सिर्फ रेफर ही किया जा सकता है.
हालांकि प्रारंभिक उपचार के बाद दवा लिख दी गई है. लेकिन चिकित्सक द्वारा परचा पर लिखी गयी दवा बाजार में उपलब्ध नहीं है. मुख्यालय पंचायत वार्ड नम्बर 14 स्थित महादलित बस्ती निवासी स्व गुरूदेव राम का पुत्र पीड़ित युवक अरूण कुमार राम की माता भूलिया देवी पत्नी प्रमिला देवी ने डाॅक्टर को बताया कि शराब सेवन नहीं करने के कारण मरीज बीते एक अप्रैल से ही असामान्य गतिविधि कर रहे हैं.
बताया कि दिन हो या रात हर समय विक्षिप्त जैसा हरकत करता है. जिससे घर के सभी सदस्य परेशान रहते हैं. बताया कि मरीज का संपूर्ण शरीर में कंपन रहता है.