पुरैनी प्रखंड के मकदमपुर पंचायत में वोटरों को तय करनी पड़ेगी छह किमी की दूरी
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गाइडलाइन का नहीं हो रहा पालन पंचायत चुनाव
पुरैनी प्रखंड के मकदमपुर पंचायत में वोटरों को तय करनी पड़ेगी छह किमी की दूरी सुधार के लिए आवेदन लेकर अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगा रहे मतदता पुरैनी : आम आदमी से अगर गलती हो जाये तो उसे गलती के अनुसार परिवार, समाज और कानून सजा देता है. वहीं इसके उलट अगर प्रशासन से […]
सुधार के लिए आवेदन लेकर अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगा रहे मतदता
पुरैनी : आम आदमी से अगर गलती हो जाये तो उसे गलती के अनुसार परिवार, समाज और कानून सजा देता है. वहीं इसके उलट अगर प्रशासन से अगर कोई गलती हो जाये तो पूरा महकमा इस गलती पर परदा डालने में लग जाता है. आम तौर पर प्रशासनिक अधिकारियों के रवैये से यह स्पष्ट होता है कि उनसे कोई गलती हो ही नहीं सकती.
पुरैनी प्रखंड के मकदमपुर पंचायत के मतदाता सूची तैयार करते समय और चुनाव आयोग के दिशा निर्देश की जमकर अवहेलना की गयी. अब मतदाता इसमें सुधार कराने को लेकर अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर लगा रहे है तो तरह -तरह की दलीलें दी जा रही है. मामला मतदाताओं के घर से मतदान केंद्र की दूरी का है. पंचायत के ऐसे सैकड़ों मतदाता हैं
जिनके घर से मतदान केंद्र की दूरी छह किमी तक है. जबकि उनके घर के निकट ही अन्य मतदान केंद्र स्थित है. मकदमपुर पंचायत सरकारी बाबूओं की लापरवाही का एक नमूना भर है. पूरे जिले में ऐसे सैकड़ों मामले है.
इस मामले में निर्वाचन आयोग का निर्देश
मतदाता और उनके घर से मतदान केंद्र की दूरी के बारे में राज्य निर्वाचन आयोग नें पंचायत चुनाव 2016 के लिये गाइड लाइन जारी की है. आयोग ने यह निर्देश दिया है कि बूथों की स्थापना के समय यह ध्यान रखा जाय कि बूथों की दूरी किसी भी परिस्थिति में दो किलोमीटर से ज्यादा नहीं होना चाहिए. लेकिन आयोग के इस गाइड लाइन का असर पुरैनी प्रखंड क्षेत्र में बूथों की स्थापना करने में कतई नहीं दिख रहा है.
मतदान केंद्र की दूरी का यह है हाल
मकदमपुर पंचायत के कुल एक सौ मतदाताओं का घर वार्ड नंबर सात एवं आठ के पोषक क्षेत्र में पड़ता है लेकिन किसी कारणवश उनका नाम वार्ड नंबर नौ के मतदाता सूची में शामिल हो गया है. लेकिन वार्ड नंबर नौ के मतदाताओं का बूथ उत्क्रमित मध्य विद्यालय कहरटोली में है. परेशानी यह है कि मकदमपुर से उत्क्रमित मध्य विद्यालय कहरटोली की दूरी चार किमी है.
आम तौर पर अगर दूरी के हिसाब से देखें तो मकदमपुर के इन एक सौ मतदाताओं का बूथ उत्क्रमित विद्यालय फुलपुर में होना चाहिए. इसी पंचायत के लगभग 75 मतदाता ऐसे हैं जो वार्ड नंबर दस के अंतर्गत आते हैं. इन मतदाताओं का नाम भी वार्ड नंबर नौ में शामिल कर दिया गया है.
ये मतदाता मकदमपुर पंचायत के छब्बू बासा के निवासी हैं. इन मतदताओं के घर से मतदातन केंद्र उत्क्रमित विद्यालय कहरटोली की दूरी छह किमी है. जबकि होना यह चाहिए कि दूरी के हिसाब से इनका मतदान केंद्र वार्ड संख्या दस के बूथ चंडी स्थान मुसहरी में होना चाहिए था. मकदमपुर पंचायत के 142 मतदाता वार्ड नंबर नौ में निवास करते हैं. इन्हें काटकर वार्ड संख्या 11 में शामिल कर दिया गया है. इसके कारण इनके घर से मतदाना केंद्र की दूरी छह किमी हो गयी है.
इसी पंचायत के वार्ड नंबर नौ के लगभग 70 मतदाता ऐसे हैं जिन्हें वार्ड नंबर आठ में शामिल कर दिया गया हैं. वार्ड नंबर आठ का मतदान केंद्र उत्क्रमित मध्य विद्यालय फुलपुर है. अब इन मतदाताओं को वोट डालने के लिए चार किमी का सफर तय करना पड़ेगा. जबकि इन मतदाताओं का करीबी मतदान केंद्र उत्क्रमित मध्य विद्यालय कहर टोली है.
इतना ही नहीं इसी पंचायत के वार्ड नंबर छह के कुल 178 मतदाताओं का नाम काटकर वार्ड नंबर 12 में शामिल कर दिया गया है. इनके बूथ की दूरी लगभग पांच किमी है. वहीं वार्ड नंबर नौ के कुल 76 मतदाता ऐसे हैं जिन्हें वार्ड नंबर पांच में भेज दिया गया है.
कहते हैं पदाधिकारी
इस बाबत प्रभारी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सुमन कुमार सिंह ने बताया कि जब बूथों का विखंडन हो रहा था तो उस समय आवेदन नहीं मिला था. ससमय आवेदन नहीं मिलने के कारण मामले का निष्पादन नहीं हो पाया. वरीय पदाधिकारी से दिशा – निर्देश लेने के उपरांत मामले को निष्पादित किया जा सकेगा.
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